Happy birthday chuchu 🎂🎂
तु है तो बहुत सुन्दर
पर हरकतों से बिलकुल बन्दर
अजीब अजीब से मुँह बनाएगी, मुझे चिडाएगी
मुझसे लड़ाई करेगी, फिर मेरी प्लेट मे ही खाना खाएगी
मै इसे सुन्नाड्या, छोट्या, चुचु कह चिडाउंगी
ये मुझे गट्टू, दीदीया कह कर बुलाएगी
बड़ी heroine है ये ,नये नये नाटक दिखाएगी
कभी ममता बनर्जी, कभी अंजाना कश्यप,
कभी pose मारेगी, कभी ramp walk करके दिखाएगी ।
कभी मै उसे समझाउंगी , कभी ये मुझे समझाएगी
जब मैं तकलिफ मे रहूंगी, मुझे हिम्मत दिलाएगी
Problem आएगी, हम साथ मे लडेंगे, problem भाग जाएगी
अपने छोटे से मुँह से, इत्ती बडी बडी बातें कह जाएगी
Love you my chotiya. 😘😘😘-
कितना स्पष्ट होता आगे बढ़ते जाने का मतलब
अगर दसों दिशाएँ हमारे सामने होतीं,
हमारे चारों ओर नहीं।
कितना आसान होता चलते चले जाना
यदि केवल हम चलते होते
बाक़ी सब रुका होता।
मैंने अक्सर इस ऊलजलूल दुनिया को
दस सिरों से सोचने और बीस हाथों से पाने की कोशिश में
अपने लिए बेहद मुश्किल बना लिया है।
शुरू-शुरू में सब यही चाहते हैं
कि सब कुछ शुरू से शुरू हो,
लेकिन अंत तक पहुँचते-पहुँचते हिम्मत हार जाते हैं।
हमें कोई दिलचस्पी नहीं रहती
कि वह सब कैसे समाप्त होता है
जो इतनी धूमधाम से शुरू हुआ था
हमारे चाहने पर।
दुर्गम वनों और ऊँचे पर्वतों को जीतते हुए
जब तुम अंतिम ऊँचाई को भी जीत लोगे—
जब तुम्हें लगेगा कि कोई अंतर नहीं बचा अब
तुममें और उन पत्थरों की कठोरता में
जिन्हें तुमने जीता है—
जब तुम अपने मस्तक पर बर्फ़ का पहला तूफ़ान झेलोगे
और काँपोगे नहीं—
तब तुम पाओगे कि कोई फ़र्क़ नहीं
सब कुछ जीत लेने में
और अंत तक हिम्मत न हारने में।
-
Instrumental conditioning
(Skinner's theory of learning)
(Meeting platform Google meet)
(To day 8 pm)
If you want to attend this session ,please join link
meet.google.com/hsv-espb-cae
SHEETAL YADAV
PSYCHOLOGIST AND CAREER COUNSELOR (7253903183)-
Each day is born with a sunrise
and ends in a sunset, the same way we
open our eyes to see the light,
and close them to hear the dark.
You have no control over
how your story begins or ends.
But by now, you should know that
all things have an ending.
Every spark returns to darkness.
Every sound returns to silence.
And every flower returns to sleep
with the earth.
The journey of the sun
and moon is predictable.
But yours,
is your ultimate
ART.-
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
पुकारती नयी धरा, पुकारता नया गगन
नये मनुष्य के लिए नवीन प्राण चाहिए
दिशाऐ विश्व की सभी अनीतिपूर्ण आज है
कि भावना सिमट रही, बिखर रहा समाज है ।
मिटा कुरीतियां सभी, हटा हर एक गन्दगी
विनाश पाप का करो, कि मुस्कुराऐ जिन्दगी ।
पुकारती मनुष्यता, निहारते सजल नयन
भविष्य को संवारने नया उफान चाहिए ।-
उतिष्ठत जग्रत वरान् प्राप्य तत् निबोधत। निशिता क्षुरस्य धारा दुरत्यया दुर्गं तत् पथः इति कवयः वदन्ति ।
-
घायल तो यहाँ हर एक परिन्दा है
मगर जो फिर से उड़ सके वही जिन्दा है-