मिरें मशवरे पर आज फिर हल्का सा शोर हैं इन महफ़िलों में लगता हैं..... आज फिर किसी आशिक नें किसी बेवफा शायरी का गला घोंटा हैं -
मिरें मशवरे पर आज फिर हल्का सा शोर हैं इन महफ़िलों में लगता हैं..... आज फिर किसी आशिक नें किसी बेवफा शायरी का गला घोंटा हैं
-
वो जीत कर भी हारा था एक महोब्बत के खातिर वरना मसला तो उसके घर में भी दो वक्त की रोटी का था -
वो जीत कर भी हारा था एक महोब्बत के खातिर वरना मसला तो उसके घर में भी दो वक्त की रोटी का था
मैंने फिर एक दफा आईंना देखाउसमें मैंने खुद से ज्यादा तुमको देखायूहीं नहीं भाया होगा तेरा दिल शायद इस दिल ने तेरे दिल में खुदा देखा कि.. फिर ईक दफा मैंने आईना देखा -
मैंने फिर एक दफा आईंना देखाउसमें मैंने खुद से ज्यादा तुमको देखायूहीं नहीं भाया होगा तेरा दिल शायद इस दिल ने तेरे दिल में खुदा देखा कि.. फिर ईक दफा मैंने आईना देखा
हर खमोशी का जवाब रखतीं हैंना जाने कैसेयें किताबें दुनिया की इतनी समझ रखतीं हैं -
हर खमोशी का जवाब रखतीं हैंना जाने कैसेयें किताबें दुनिया की इतनी समझ रखतीं हैं
Grief is related to suffering as long as we feel it. -
Grief is related to suffering as long as we feel it.
सफर तो चलेगालेकिन उस सफर में हम नहीं चलेगेंयूँ तो मिलेगें चेहरे कईलेकिन उनमें हम नहीं दिखेंगे -
सफर तो चलेगालेकिन उस सफर में हम नहीं चलेगेंयूँ तो मिलेगें चेहरे कईलेकिन उनमें हम नहीं दिखेंगे
Beauty also looks beautiful only when there is simplicity in that beauty. -
Beauty also looks beautiful only when there is simplicity in that beauty.
मैं रखूँगा कुछ मुलाकातें अधूरीताकि जब तुम मिलों बेझिझक थोड़ी सी ज्यादा शिकायतें कर सकों -
मैं रखूँगा कुछ मुलाकातें अधूरीताकि जब तुम मिलों बेझिझक थोड़ी सी ज्यादा शिकायतें कर सकों
तेरे हिज्र के इल्ज़ामों को अब भी अपने नाम कर लेता हूँ मैं, शायद तेरी मुस्कान से अब भी वाकिफ़ था मैं || -
तेरे हिज्र के इल्ज़ामों को अब भी अपने नाम कर लेता हूँ मैं, शायद तेरी मुस्कान से अब भी वाकिफ़ था मैं ||
तुमसे राब्ता इतना रखा है मैंने कि एक तेरे सिवा कोई नहीं जानता मुझे -
तुमसे राब्ता इतना रखा है मैंने कि एक तेरे सिवा कोई नहीं जानता मुझे