नैनों की खिड़की से तुमको,
पल पल में निहारु,
मन मे बिठा लू तेरी आरती उतारू,
डाले रहूँ तेरे चरणो में डेरा,
यू बीत जाए जीवन मेरा।।-
भोलेनाथ आपके चरणों का सहारा चाहिए।
झूठी दुनिया का मीठा जहर मुझे नहीं चाहिए।।-
ऐ जिंदगी तुझसे कभी विचार ही नहीं किए हैं,
कोई हम पर यूँ क्रुद्ध हो जाएगा।
आत्महत्या करें और हमें सुकून मिल जाएगा,,
सजदा भोलेनाथ आपको किए हैं।।
तम्मना सिर्फ भोलेनाथ आपसे है,
पहले अन्तिमसंस्कार हमारा हो जाए।।
ये जिंदगी सुकून मिल जाएगा,
कल्याण हो जायेगा।।-
जब अपने लोगों से ठोकरें लगती हैं,
तब तब महसूस करते हैं भोलेनाथ,,
महाकाल के सिवा हमारा कोई नहीं हैं !!-
शिकायतों की पाई पाई जोड़ रखी हैं मैंने!!
महादेव ने गले लगाकर सारा हिसाब बिगाड़ डाला!!-
"बड़ी हसीन होगी तू ऐ!नौकरी
सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं
सुख चैन खोकर चटाई पर सोकर
सारी रात जगकर पन्ने पलटते हैं
दिन में तहरी और रात को मैगी
आधे पेट ही खाकर तेरा नाम ही जपते हैं
सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं
अंजान शहर में छोटा सस्ता रूम लेकर
किचन,बेडरूम सब उसी में सहेजकर
चाहत में तेरी अपने माँ-बाप और
दोस्ती से दूर रहते हैं
सारे युवा आज तुझी पे मरते हैं
राशन की गठरी सिर पे उठाये
अपनी मायूसी और मजबूरियाँ खुद ही
छुपाये खचाखच भरी ट्रेन में बिना
टिकट के रिस्क लेके आज सफर करते हैं
सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं
इंटरनेट, अखबारों में तुझको तलाशते
तेरे लिए पत्र-पत्रिकाएं पढ़ते-पढ़ते
बत्तीस साल तक के जवान कुँवारे फिरते हैं
तू कितनी हसीन है ऐ!नौकरी
सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं.....||"
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प्रकृति का खेल देखो,
आज तक हम स्वतंत्र थे और पशु परतंत्र थे,
आज ऐसा समय आया हैं,
को हम Lockdown में हैं,
और पशु हमारे बनायें रोडो पर सैर रहे हैं,
"ऐसा Lockdown हर साल आए"
ऐसा वे सोच रहे हैं!-
फूलों की तरह कोमल,
जल की तरह तरल हो जाओ।
मौखिक याद रहें सबको,
आइये इतने सरल हो जाओ।।-