ना क्रोध से दोस्ती अच्छी ना ही अहंकार से
ना गुरुर से रखो कोई सरोकार ना ही इर्षा से
इन सबसे जब मिलेगी आज़ादी,
जीवन खुशीओं से भर जायेगी-
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लोग क्या कहेंगे…..
लोग क्या कहेंगे ये ना सोच
बस कदम बढ़ाते जा रोज़
उम्मीद का दामन ना छोड़
सपनो का गला ना घोंट
खुद पे कर यकीन तू
बाधाओं से ना डर यु.
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तनहा ज़िन्दगी
वो झुका हुआ नीला आसमाँन
वो फैली सूरज की किरणे।
पहाड़ो के करीब खड़ी मैं,
फिर भी क्यों हूँ अकेली मैं।
क्या मैं लौट जाऊँ?
या इन वादियों में खो जाऊँ।
क्या मैं खामोश रहूँ?
या फिर सूरज के संग बतियाऊं।
मन मेरा है विचलित, जैसे आया हो कोई तूफ़ान
किस और जाऊँ बता तू, ऐ बईमान।
कुछ ही पलों में रात हो जाएगी,
मुझे अपने आगोश में ले लो, दूर कर दो मेरी तन्हाई।-
दोस्त बड़े ही अज़ीज़ होते हैं
दिल के करीब होते हैं.
आँखों से आँसू छलकते है,
जब दोस्तों से नहीं मिल पाते है.
तू तू मैं मैं से शुरू होती है बातें
हसीं मजाक में फिर गुजरती है रातें
उम्र का क्या है, वो तो गुजर जाती है
दोस्तों के संग बितायी यादें, जेहन में रह जाती है.-
भ्रम
उन्हें भ्रम है के उनके बैगैर हम है अधूरे
पर हमें यकीन है, उनके बैगैर भी हम है पुरे.
क्यों हम डर डरकर जिए?
क्यों हम अपने आँखों में आसूं लए?
उन्हें मुझसे इश्क नहीं तो ना सही
भ्रम में जीना हमे आता नहीं
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ये आँखें तुम्हारी
मुझे देखकर भी अनदेखा करती हैं.
क्या है कसूर मेरा?
क्यों मुझसे रूठी रहती हैं.
इन आँखों से कह दो तुम
इतना ना ग़ुरूर कर.
मेरी आँखें अगर रूठ गयी,
तो मिलने नहीं आएंगे फिर.-
कोशिश नहीं की....
इन लकीरों से सवाल किया
खुदा से लड़ लिया
पर कोशिश नहीं की
हार को गले लगाया
किस्मत को भी दोष दिया
पर कोशिश नहीं की
ये बड़ा ही मुश्किल है
वो काम भी मुश्किल है
कहते रहे, पर कोशिश नहीं की
अगर मगर में उलझे रहे
कई दरीचे खुले पाएपर कोशिश नहीं की
एक दिन शीशे के सामने जब खड़े हुए,
मेरे ही प्रतिबिंब ने मुझसे पूछा,
हार मान ली, बिना कोशिश किये?
तब अहसास हुआ और,
कोशिश की अहमियत समझ आई
कोशिश, ज़िन्दगी बदल देती है
कोशिश करने वालो की हार नहीं होती है.-
श्रृंगार
केश में फूल
माथे पे बिंदिया
नाक में नथ
कानो में बालिया
हर लड़की का श्रृंगार
कमर में चाँदी की तगड़ी
साथ में चाबी का गुच्छा
हाथों में कंगन
पैरो में पायल
हर लड़की का श्रृंगार
आँखों में ख़ुशी
होठों पर हसी
हर लड़की का सबसे
खूबसूरत श्रृंगार
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शान्ति....
उम्मीद और तुलना इनसे रहो दूर
मन को मिलेगी शान्ति ज़रूर.
कल की सोचकर, आज गवा देते है
शांति की तलाश में कहा कहा भटकते है.
मन से कहो, इतना ना सोचे वो
शांति तो अपने आप ही लौट आएगी,
बस चिंता करना छोड़ दो.
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Don't fall prey to fear
It will trim your wings.
Face everything and rise
Let your dreams stay in your eyes.
Never allow fear to decide your fate
It is in yours hands, deal with it straight.
Never allow fear to shake your confidence
Why worry about consequence?
Believe in self, your fear will die
One day you will surely fly.
Never lose hope
There is always infinite scope
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