जिस दिन ज़िंदगी में उनके होने का एहसास हुआ
हर सपना, हर सच.. फिर खास हुआ,
धीरे धीरे, हौले हौले.. उनका हमारा साथ हुआ
थोड़ा थोड़ा, होते होते.. हम को उन से प्यार हुआ,
प्यार का इज़हार हुआ.. धीरे से इक़रार हुआ
उनका हमारा साथ हुआ.. हाथों में एक दूजे का हाथ हुआ,
जो एक बार हमने हाथ पकड़े.. तो बस यूँ हुआ
हाथों में हाथ ऐसे समाए रहे.. जैसे एक दूसरे का साया हुआ..|
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ज़िंदगी में सब कुछ
दूर, पास, आम या खास
नहीं होता..
आप के बिना जीवन में
जीवन सा एहसास नहीं होता..
ना जाने कितने सपनों के गुज़रने के बाद
कोई सपना अपना लगने लगता है..
फिर भी आपके ज़िंदगी में आ जाने के बाद ही
हर सपना अपना लगता है |-
तपती गर्मी के मौसम में,
ठंडी हवा का झोंका हो आप..
शोर भरी दुनिया में,
शांति भरा सुकून हो आप..
गहरी अंधियारी रातों में,
चांद की चमकती रोशनी हो आप..
हर सन्नाटे भरी रात की,
खिलखिलाती भोर हो आप..
अब से मेरी ज़िंदगी की किताब के,
परमानेंट बुकमार्क हो आप..
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दुनिया ज़माने को राज़ी करते करते
हम सब भूलने लगे हैं. .
कि दुनिया बनाने वाले को राज़ी करना
कितना ज़रुरी है !
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तेज़ रफ्तार ज़िन्दगी हो तो हो. .
तुम बस अपने आराम के पलों को
उस रफ्तार में मत खोना !
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Guidance that you give
Discipline that you seek
And Comfort that we get from you,
Towards work and
Every other Chapter of Life
Makes us feel Gratitude towards you,
Happy Teacher's Day.
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इस समाज को वो समाज चाहिए,
जिसमें हर बेटी के माँ बाप
उसकी नौकरी की खबर पर,
उसकी शादी की खबर से
कहीं ज़्यादा खुश हो सकें |
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सुन्दर आसमान को देखकर. .
फिर से सिर्फ सुन्दरता ही महसूस होगी ,
वो शाम लौटकर आएगी |
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एक स्त्री का लगभग सारा जीवन
डर डर कर बीत जाता है ,
कभी अपनों से तो कभी परायों से
कभी रास्ते की धूप से तो कभी सायों से. .
कभी खुद से तो कभी किसी की खुदाई से
कभी किसी के साथ से तो कभी किसीकी जुदाई से. .
छुपते छुपाते, हँसते हँसाते
रोते मनाते, सीखते या सिखाते. .
स्त्री डर की इतनी आदी हो चुकी होती है
कि डर जाती है वो दूसरों को डराते हुए भी ! 🕯️-