शिव जी -
शिव जी
-
.... -
....
..... -
.....
ख़ता हम से हुई जो उम्मीद ए वफ़ा की तुझ से,अहद ए बेवफ़ाई की ये सज़ा भी अब कुबूल है हमें। -
ख़ता हम से हुई जो उम्मीद ए वफ़ा की तुझ से,अहद ए बेवफ़ाई की ये सज़ा भी अब कुबूल है हमें।
बोलो,कितना चल पाओगे ? -
बोलो,कितना चल पाओगे ?
सवाल -
सवाल
मैं -
मैं
बहा आँख से सागर, लगी जो चोट तिनके सी,जमाना और है नादां, इसे रोना समझता है। -
बहा आँख से सागर, लगी जो चोट तिनके सी,जमाना और है नादां, इसे रोना समझता है।
Nothing -
Nothing
बूढ़ा बचपन•/ -
बूढ़ा बचपन•/