ये तड़प, ये बेचैनी यूँ ही नही,
रात या दिन ख़बर नही यूँ ही नही।-
Shayar
New Delhi
Graduate
तुमने साथ छोड़ा और दूर हो गया हूँ, ये वहम है तुम्हारा,
आँखे बंद करो, देखो तुम्हारे दिल में हूँ मैं समाया।-
ज़िंदगी के कुछ पन्ने बिना पढ़े पलट देने चाहिए।
कुछ काग़ज़ कोरे ज़्यादा अच्छे लगते है।-
अक्सर लोग प्यार में पागल हो जाया करते हैं,
दिमाग की जगह दिल लगाया करते हैं।-