शायरों की महफ़िल में मुझे शायर कहते है
जो अपना ना हुआ हम उसे क्या कहते है
दुख नहीं , शिकवे नहीं कुछ रंग नहीं चड़ा तुमपे
कुछ लोग तो मुझे भी बेवफा कहते है !!-
The mathematics
जब यहां तक आ गए तो इंस्टाग्राम भी देख लो
My insta account of shayari
ma... read more
अरे मेरे शहर में आग लगी है
आके एक बार बुझा तो दे!
तेरे दिल में छुपा क्या है
आके एक बार बता तो दे!
मै नीलाम कर दूंगा हर मेरा खत
तू एक बार कीमत बता तो दे!
अरे बूंदों से क्या पूछू मै उनसे गिरने का राज
आंसू मेरे खुद के है
आके मेरा इल्जाम बता तो दे!!-
कभी लौट आना बेशक
वहीं खड़े होंगे जहां तुमने छोड़ा था
फर्क बस इतना होगा
जमाना मुझे भी देखेगा, किस्से तुम्हारे भी होंगे!!-
सदाकत रखियेगा हमसे
हम तुम्हारी आबरू पसंद करते है।
हां अगर बात कभी चांद की होगी
तो जिक्र हम तुम्हारा ही करेंगे!!-
मैं मर भी जाऊ तो दिखावा ना करना तुम
इश्क़ होता तो शिकवा ना करती तुम ।।-
दुल्हन सा सजाया जिसको
ख्वावों में बसाया था
लड़ लड़कर जिसको हमने अपना बनाया था
यूं ही नहीं मिली यह आज़ादी हमको
नदियों में खून बहाया था।।-
इश्क बेशुमार है बेशक तुमसे
पर शिकवे भी कुछ तो रखता हूं
अनगिनत रात हुई है काली मेरी
पर मोहब्बत तो तब भी रखता हूं।-