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❤️🩹🥀क्या होगा....??
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नाराजगी ख़त्म हो जायेगी,
रूठ जाने से क्या होगा...!!
याद तो फिर भी आएगी,
भूल जाने से क्या होगा...!!
रिश्ता तो फिर भी रहेगा,
छूट जाने से क्या होगा...!!
अगर साथ लिखा होगा,
जिंदगी के सफर में...!!
किस्मत फिर ढूंढ लाएगी,
दूर जाने से क्या होगा...!!
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❤@photo_sensei_12❤-
थक चुकी हूं
इन हालतों से लड़ते लड़ते ।
थक चुकी हूं
लोगो को समझते समझते ।
थक चुकी हूं
सबको अपना बनाते बनाते ।
थक चुकी हूं
झूठी जिंदगी जीते जीते ।
थक चुकी हूं
लोगो के लिए खुद को मिटाते - मिटाते ।
थक चुकी हूं
मुस्कराहट के पीछे नम आंखों को छिपाते - छिपाते।
थक चुकी हूं,
हर किसी के लिए अपनी खुशियां लुटाते - लुटाते ।
थक चुकी हूं अब,
उस हर चीज से जो महज बस दिखावा है इस दुनियां में ।-
❝ मैं मिली मगर मेरा मिजाज़ नहीं मिला
मैं कभी किसी को उदास नहीं मिली
सब ने बारी बारी से बात की मुझसे
किसी को मेरी बातों में लिहाज़ नहीं मिला
बहुत ढूंढने पर बीमारी तो पकड़ में आई लेकिन
किसी को बीमारी का इलाज नहीं मिला
मुझे ये दरिया तैरकर पार करना था
मुझे सबकी तरह जहाज़ नहीं मिला
कहते हैं मोहब्बत के बदले मोहब्बत मिलती है
मगर मुझे कही ऐसा रिवाज़ नहीं मिला ❞-
काश पढी़ न होती मैं, आगे इतना बढ़ी न होती।
न थकती मैं कामों से, काश उस रात न सोई होती।।
क्यों बढना है, क्यों पढना है। जब समाज वैसा ही
जीवन को खतरे में डालकर, क्यों कमाना पैसा ही।।
पर कह सकूँ हूँ घर पर मैं सुरक्षित , ऐसी भी तो बात नहीं।
जब भय से शरीर न कापें, कटती ऐसी रात नहीं।।
मैं कन्या हूँ, मैं देवी हूँ। ऐसा ही सब कहते हैं।
जब मूरत तोड़ी जाती है, कहाँ वो सब रहते हैं।।
ह्रदय विदारक खबर बनी मैं, मुझको ही अमर कर दो
भले ही मेरा नाम ले लो मगर शक्ति हर नारी में भर दो
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प्रेम
प्रेम..... नमक की तरह है जो जिन्दगी में घुलकर जीने का स्वाद बढ़ा दे।
प्रेम..... इत्र की तरह है जो थोङा सा भी बिखर जाए तो जीवन में खुशबू फैला दे।
प्रेम..... उस पहली बारिश की तरह है जो मन को भीनी- भीनी सुगन्ध से महका दे।
प्रेम..... उस गरजते बारिश की बूंद की तरह है जो हृदय से सात सुरों की झन्कार बजा दे।
प्रेम...... एक एहसास है जो एक - दूसरे के दिलों में जगह बना दे।-
रातें
बाते तो नहीं करती है रात परन्तु,
मौन रहकर हकीकत से रूबरू कराती है रात।
कभी किसी का साया तो कभी सपना बन जाती है रात,
जहाँ उम्मीद नहीं, वहाँ उम्मीद की किरण बन जाती है रात।।
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ख्वाब पूरे होंगे सारे, एक बार इन्हें सजाएं तो सही,
हर एक नाता मेहनत से जोड़े तो सही!
भगवान कर्म का फल सबको अदा करता है,
नकारात्मक विचारों को एक बार मन से हटाए तो सही!!
....................... शताक्षी त्रिपाठी ❤-
खुद तुम्हारा क़त्ल होगा तुमको क़ातिल नाम देंगे
अपनी बेज़ा हरकतों का वे तुम्हें इल्ज़ाम देंगे.
टूट जाएगा भरम कि प्यार वो अपनाएंगे
सारी ख़िदमत का तुम्हारे इस तरह इनाम देंगे.
शर्म आये सांप को भी देखकर मक्कारियाँ
अपने बनकर जब तुम्हारे ,जहर सुबहो शाम देंगे.
है अदाकारी वो उनमे , दिल भी दे दोगे उन्हें
और तुम हो जाओ रुसवा वो तुम्हे इल्ज़ाम देंगे.
जल उठी हैं बस्तियां सब जिनकी आहट से यहाँ
ज़ुर्म के व्यवसायी मिलकर अम्न का पैगाम देंगे.
#Stripathi🫶-
थोड़ा जख्म दिया, थोड़ा मरहम दिया, इश्क ख़त्म भी किया तो थोड़ा ही किया,
थोड़ा मार दिया तो थोड़ा जिंदा रखा, मेरा कत्ल भी किया तो थोड़ा ही किया!-
ना जाने क्यूँ मुझे लगता है कि मैं हूँ भीड़ मे तन्हा
ना कोई शोर ना ही साया, काश हो ऐसा घर तो अच्छा हो
यहां दो अजनबी रहते, कोई दिन यूँ नहीं गुजरे
अकेलापन मेरा साथी जो ऐसा हो तो अच्छा हो
यहां हर मोड़ पर दुख दर्द की कितनी दुकाने हैं
किसी के पास जो गम की दवा हो तो अच्छा हो
जो गिर जाऊँ तो चलना छोड़ दूं, चाहत नहीं ऐसी मेरी
वो दो पल ही सही मेरे खातिर ठहर जाए तो अच्छा हो
कोई मौसम नहीं इंसान, वो अपना रूप क्युं बदले
हो सुख दुख सब एक ही रंग में नजर आए तो अच्छा हो!!
@शताक्षी त्रिपाठी ❤️-