अब इस कदर नुक्स निकालने लगे है लोग मुझमें,
मानो उन्हे खुदा चाहिए था और हम इंसान निकले।-
खुशियों का हर पल किसी को नसीब कहां होता है!
दिल के करीब जो है वो पास कहां होता है!!
मंजिल मिलने पर अपने हो जाते है सब!
वर्ना राहुल सफर में किसी को किसी से मतलब कहां होता है!!-
यूं तो दिल की हर बात कह चुके है हम शायरियों से
मगर आंखो से आंखो का दीदार अभी बाकी है।-
तुम बीच रास्ते में छोड़ सकते हो हमे, मगर हम ये बंधन न तोड़ पाएंगे।
अब जिंदगी मान बैठे है हम तुम्हे, मगर मरने के बाद ये साथ खुदबखुद छूट जायेंगे।
मैने मांगा नही है तुझसे कुछ खास, बस वक्त के साथ हम भी गुजर जायेंगे।
तुम्हे चाहत न हो हमसे मिलने की, मगर हम अपने दिल को न संभाल पाएंगे।
हाथो में चाहिए मुझे हाथ तेरी, तभी जिंदगी को खुशहाल बना पाएंगे।
एक यही रिश्ता लगता है खास तूझसे, ऐसे किसी और का साथ हम न निभा पाएंगे।-
इस जमाने में दोस्त नही है कोई, दुश्मन हजारों है।
गैरो से तो हम जीत लेते, मगर अपनो से हारे है।
आगे बढ़ने का अकेला कोशिश किया तो पता चला ,
सब टांग खींचने वाले है।-
मेरे दो चार ख्वाब है जो आसमां से दूर चाहता हूं।
जिंदगी चाहे गुमनाम रहे मगर मौत में मशहूर चाहता हूं।-
गूंजता हूं दिल में तो हैरान क्यों हो।
हमसे दूर रहकर भी परेशान क्यों हो।
ये तो अच्छी बात है न की नजर से दूर हूं तुम्हारे।
अब जब यादों में नही दूर हूं तुम्हारे तो जज्बातों में दूर क्यों हो।-
आज फिर लिखने का दिल चाह रहा तो
❤️ अर्ज किया है ❤️
सुना है मैंने वो मेरे मरने का इंतजार कर रहे है।
हम तो उनके मिलने का इंतजार कर रहे है।
जो कभी साथ जीने की दुआ करते थे।
अब दूर रहकर बस हमारा नाम ले रहे है।-
जिगर में जज्बा लिए, कुछ करने का जुनून है।
विरासत से मिले पहचान मुझे नही मंजूर है।
खुद का अस्तित्व चाहिए,मुझे खैरात की जरूरत नही।
मेरा शौक अब अकेले चलने का है, जमाने से चलने का नही।
क्योंकि जमाना हमसे है, हम जमाने से नही।-