मेरी जीन्दगी
किसी ढोल के जैसे हो गई हैं
मानो एक तरफ से मेरी किस्मत और
दुसरी तरफ से
खुदा की रहमत बजा रहीं हैं ..-
आगे का रास्ता बहा पहुंचने के बाद दिखेगा |
Tum Kyu,
itne Ruthe Ruthe Rehte Ho,
Humse Sajan
sach Mano To,
Honge Tumhare,
Hum to
Ek na Ek Din
-
गैरों की बातो का भला ,
कौन बुरा मानता है
तकलीफ तो,
अपनो से मिलती है..-
इन्तजार भला कब तक ❓
"कभी-कभी रिश्ते, शायद इस लिए भी बिगड़ जाते हैं,
क्योंकि हम उन्हें वक्त मागने में हद से ज्यादा टाल देते हैं..-
जीस रिश्ते को सबके
सामने लाने में सर्म आऐ
समझ लो वहाँ
सिर्फ और सिर्फ गलत हो रहा है-
जाते जाते वो अपने जाने का गम दे गये....
सब बहारें ले गये रोने का मौसम दे गये....
ढूंढती है निगाहे पर अब वो कही नही....
अपने होने का वो मुझे कैसा भ्रम दे गये....
मुझे मेरे पापा की सूरत याद आती है....
वो तो ना रहे अपनी यादों का सितम दे गये....
जाते जाते वो अपने जाने का गम दे गये....-
बेवफा, खुदगर्ज, मतलबी, घटीया,
किस नाम से पुकारु तुझे,
ये समझ नहीं आता..
अब तो लगता है .
ये सब तेरे लिए ही बने हैं-
त्याग दिया है सब मैंने
ये सब रंग-रुप कि मोह-माया,
समा लिया है तुझमें खुद को
"हे बप्पा मेरे "
दर्शन जब से तेरा पाया. 🙏🏼-