हकीकत कुछ और ही होती है
गुम सुम बैठा शख्स पागल नहीं होता-
आगे का रास्ता बहा पहुंचने के बाद दिखेगा |
एक मां एक सास बन सकतीं हैं
एक बहु, एक बेटी बन सकतीं हैं
पर एक सास शायद ही अपनी बहु कि
मां बन सकतीं हैं।-
उल्झने तो बहुत आई हमारे सफ़र में ।
हर बार हमने मिलकर सुलझाया है सफ़र को ।।-
इस साल का पहला त्योहार
आप सभी को मुबारक हो
मकर संक्रांति कि हार्दिक शुभकामनाए
आपको और आपके परिवार को मुबारक हो,,,,-
लोगो कि बात सुनकर
उनके बहकावे मे आ जाना
ये तो अपना होने की समझदारी
नही-
समझाने और भडकाने मे बस थोडा फर्क है
उसी फर्क को समझना आपकी समझ है...-
तुम मेरा बुरा सोचते रहो तुम मेरा बुरा करते रहो
उपर वाले के पास सब हिसाब है एक हि दिन सब लौटा के देगा..
हरी ओम....-
उनसे मिलने हम उनके शहर गए थे..!!
पर हुआ यूँ , की उन्होंने हमें देख मुह फेर लिया..!-
जो बातें हमें तकलीफ मिलने
के बाद समझ में आतीं है
हमारे माँ-बाप को वो बात,
पहली नजर में ही नजर आ जाती है-