जो बिना परवाह के डूब जाए ख्वाबों की गलियों में,
जो बिना मुनाफा के चाहे उसकी खुशी ऐतबार को,
जो रिस्क ले हर एक पल के अंजाम को
चाहे जिसे दिल और धड़क को उसी
दिल और धड़कन की दूरी को इश्क कहते है,-
घर की कोई मर्यादा लांघनी न पड़े,
करोड़ो नही कमाना है मुझे,
इत... read more
तुझे खुद से नफरत होने लगेगी ये धड़कन,
जब मेरा दिल तुम्हारे दिल में धड़कना छोड़ देगा।-
तुझे खुद से नफरत होने लगेगी ये धड़कन,
जब मेरा दिल तुम्हारे दिल में धड़कना छोड़ देगा।-
❤️
कभी यूं भी आ मेरे रूबरू,
तुझे पास पाकर मैं रो पढ़ू ,,,
मुझे मंजिले इश्क पर हो यकीन,
तुझे धकड़नो में सुना करु ,,,
कभी सजा लू तुझको आंखो में,
कभी तस्वीरों पर पढा करू,,,
कभी चूम लू तेरे हाथो को,,,,
कभी तेरे दिल में बसा करु,
कभी यूं भी आ मेरे रूबरू...-
❤️
कभी यूं भी आ मेरे रूबरू,
तुझे पास पाकर मैं रो पढ़ू ,,,
मुझे मंजिले इश्क पर हो यकीन,
तुझे धकड़नो में सुना करु ,,,
कभी सजा लू तुझको आंखो में,
कभी तस्वीरों पर पढा करू,,,
कभी चूम लू तेरे हाथो को,,,,
कभी तेरे दिल में बसा करु,
कभी यूं भी आ मेरे रूबरू...-
गुज़रना है तो दिल के अंदर से गुजरो_
मोहब्ब्त के शहर में बाईपास नहीं होते...-
*हाथ की लकीरों पे नहीं,*
*लकीरे बनाने वाले पे भरोसा रखना...!!*-
ये जिंदगी भी न बहुत इंतहान लेती है,
कभी गम तो कभी खुशी इनाम देती है,-