रूठ जाना चाहता हूँ, कुछ फैसलो से अपनेप्रतीत होते थे जो, उज्वल सवेरे से।।। -
रूठ जाना चाहता हूँ, कुछ फैसलो से अपनेप्रतीत होते थे जो, उज्वल सवेरे से।।।
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ऐ चाँद तू क्यों साथ है मेरे।।थोड़ा तो खुदगर्ज बन।।भूल गया तुझे नीचा दिखता रहाउन्हें ऊंचा दिखाते दिखाते।। -
ऐ चाँद तू क्यों साथ है मेरे।।थोड़ा तो खुदगर्ज बन।।भूल गया तुझे नीचा दिखता रहाउन्हें ऊंचा दिखाते दिखाते।।
अब उससे लिखना ज़रूरी है " Read in caption " -
अब उससे लिखना ज़रूरी है " Read in caption "
इश्क़ के पैमाने हमने जाम से किये।नाम लेकर तेरा फिर, मयखाने खत्म किये।। -
इश्क़ के पैमाने हमने जाम से किये।नाम लेकर तेरा फिर, मयखाने खत्म किये।।
न जाने तुम्हे भुलाना, पाने से मुश्किल हो गया है।ये यादों का सिलसिला, उफ हद सा हो गया है।।। -
न जाने तुम्हे भुलाना, पाने से मुश्किल हो गया है।ये यादों का सिलसिला, उफ हद सा हो गया है।।।
हकीकत मुम्किन न थी,हम खवाबो में मिलते रहे।।। -
हकीकत मुम्किन न थी,हम खवाबो में मिलते रहे।।।
अब उठाई है जो ये कलम,तो उसपे लिखता हूँ।।।चलो इस कलम को भी आज,फरिस्ता करता हूँ।।। -
अब उठाई है जो ये कलम,तो उसपे लिखता हूँ।।।चलो इस कलम को भी आज,फरिस्ता करता हूँ।।।
अब साथ चलने लगी है वोहाँ थोड़ा मुस्कराकर,हाँ रुठ कर भी "कभी-कभी"हाँ पर साथ है, "मेरे साथ" -
अब साथ चलने लगी है वोहाँ थोड़ा मुस्कराकर,हाँ रुठ कर भी "कभी-कभी"हाँ पर साथ है, "मेरे साथ"
अब साथ चलने लगी है वो "Read in caption" -
अब साथ चलने लगी है वो "Read in caption"
इश्क़ की बात कर तुम्हारा यू चले जाना...कोई नई बात नही ।।।तुम खुश रहो, हम अपना देख लेंगे।।। -
इश्क़ की बात कर तुम्हारा यू चले जाना...कोई नई बात नही ।।।तुम खुश रहो, हम अपना देख लेंगे।।।