हमारी जान का क्या कहना है
एक वो ही है जिनसे इस कक्षा की शान है
उनकी वजह से ही कक्षा में हमारी जान है
भोली सी सुरत लिए , कोने मे बैठा करती है
पर फिर भी क्यू हमेशा मास्क लगाया करती है
बस आँखो से ही घायल करने का ईरादा है,
या अपनी कातिल मुस्कान से भी वार करोगी
वो साहब है हमारी ,
आँखो ही आँखो मे खेल तमाम कर देगी
बिन कहे सारी बात आँखों से कर देगी
बताओ जान इरादा क्या है...
College diaries
@SK
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