Shariq Q   (Shariq)
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लिखूं तो शायरी बोलू तो दर्द!
Joined 25 July 2020


लिखूं तो शायरी बोलू तो दर्द!
Joined 25 July 2020
2 JAN 2023 AT 14:44

फैसला
अब इस कश्मकश मैं फसा हूं
के किसको रखू पास और किसको
खुद से दूर करु।
दोनो से है मोहब्बत मुझको
लेकिन किस्से ज्यादा है भला
ये कैसे तय करु।
दोनो मैं से किसी एक को
छोड़ना है मुश्किल मेरे लिए
सोचता हु के इसका फैसला
मैं खुदा के हवाले करु।

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1 JUL 2022 AT 17:45

Waqt

जो ये फिसल रहा है
वक्त
कैसे सभलोंगा बस यही है
मौका
तुम्हे पाने का बाद मैं तो
मैं सिर्फ पछताओंगा।

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29 JUN 2022 AT 0:19

जो जिया एक भी पल इस जिंदगी मैं वो खास था।
उस हर एक पल का अलग ही अहसास था।
बने कुछ दोस्त ओर बनी प्यार की कुछ कहानियां उनका
मिलना ही शायद मुक्वादार मैं था।
अब कर रहा हु शुरू नया सफर जिंदगी का
शायद आयेगा काम अब तक का तजोरबा जिंदगी का।

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26 APR 2022 AT 12:45

Shariq

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25 APR 2022 AT 8:25

Shariq

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23 APR 2022 AT 0:50

"आखरी मुलाकात"

बाद मैं जब मिलेंगे फिर कभी
तो दुखी मत होना।
हस के बात करेंगे,
क्या क्या करा इस दौरान
सब बया करेंगे।
अगर फिर भी हो जाएं
आँखें नम तो खुद ही साफ करेंगे,
पता नही के क्या-क्या याद आ
जायेगा उस पल जो झक्म अभी हाल
ही मैं भरे थे फिर ताजे हो जायेंगे।
फिर महसूस होगा वो दायरा जो
अब पार नही हो सकता।
पास हो तुम मेरे पर चाह कर भी मैं तुम्हे
छू नही सकता ,
अब वो अपना सा अहसास ना होगा तुम
किसी और की हो यहीं बस मुझे महसूस होगा।
तुम बात तो करोगी ना या वो भी गैरो
की तरह होगा।।

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23 APR 2022 AT 0:32

क्यों आई बुलाया तो नहीं था।
क्यों जा रही हो जाने
को बोला तो नहीं था।
उस दिन कहा था
तुमसे डर लग रहा है
अब वही डर
हकीक़त मैं बदल रहा है।।

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18 APR 2022 AT 1:13

मुझे संभाल लेना जब वो
मेंहदी किसी और
के नाम की लगवाएगी।
मुझे संभाल लेना जब वो
लाल जोड़े में किसी और
के लिए सवर कर आएगी।
और जब कैसे संभालोगे मुझे
जिस वक्त वो कार मैं
बैठ के रुखसत हो जायेगी।

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18 APR 2022 AT 0:51

Aaj phir nhi aayi uski
Call...
Ek or din guzar gya
lagta hai aaj bhi uski yaadon
ke sahare hi Sona hoga... 😅

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18 APR 2022 AT 0:47

बे मतलब सी हो गई है जिंदगी
चारो तरफ सिर्फ अंधेरा है।
ना कही रोशनी है और ना
उसे ढूंढने की चाह।
अब पर करूंगा इस अंधेरे को
लेकर एक छोटा सा दिया
उम्मीद ही तो बांधनी है
मंजिल तो खुद ब खुद मिल जायेगी।

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