फैसला
अब इस कश्मकश मैं फसा हूं
के किसको रखू पास और किसको
खुद से दूर करु।
दोनो से है मोहब्बत मुझको
लेकिन किस्से ज्यादा है भला
ये कैसे तय करु।
दोनो मैं से किसी एक को
छोड़ना है मुश्किल मेरे लिए
सोचता हु के इसका फैसला
मैं खुदा के हवाले करु।-
Waqt
जो ये फिसल रहा है
वक्त
कैसे सभलोंगा बस यही है
मौका
तुम्हे पाने का बाद मैं तो
मैं सिर्फ पछताओंगा।-
जो जिया एक भी पल इस जिंदगी मैं वो खास था।
उस हर एक पल का अलग ही अहसास था।
बने कुछ दोस्त ओर बनी प्यार की कुछ कहानियां उनका
मिलना ही शायद मुक्वादार मैं था।
अब कर रहा हु शुरू नया सफर जिंदगी का
शायद आयेगा काम अब तक का तजोरबा जिंदगी का।-
"आखरी मुलाकात"
बाद मैं जब मिलेंगे फिर कभी
तो दुखी मत होना।
हस के बात करेंगे,
क्या क्या करा इस दौरान
सब बया करेंगे।
अगर फिर भी हो जाएं
आँखें नम तो खुद ही साफ करेंगे,
पता नही के क्या-क्या याद आ
जायेगा उस पल जो झक्म अभी हाल
ही मैं भरे थे फिर ताजे हो जायेंगे।
फिर महसूस होगा वो दायरा जो
अब पार नही हो सकता।
पास हो तुम मेरे पर चाह कर भी मैं तुम्हे
छू नही सकता ,
अब वो अपना सा अहसास ना होगा तुम
किसी और की हो यहीं बस मुझे महसूस होगा।
तुम बात तो करोगी ना या वो भी गैरो
की तरह होगा।।-
क्यों आई बुलाया तो नहीं था।
क्यों जा रही हो जाने
को बोला तो नहीं था।
उस दिन कहा था
तुमसे डर लग रहा है
अब वही डर
हकीक़त मैं बदल रहा है।।-
मुझे संभाल लेना जब वो
मेंहदी किसी और
के नाम की लगवाएगी।
मुझे संभाल लेना जब वो
लाल जोड़े में किसी और
के लिए सवर कर आएगी।
और जब कैसे संभालोगे मुझे
जिस वक्त वो कार मैं
बैठ के रुखसत हो जायेगी।-
Aaj phir nhi aayi uski
Call...
Ek or din guzar gya
lagta hai aaj bhi uski yaadon
ke sahare hi Sona hoga... 😅-
बे मतलब सी हो गई है जिंदगी
चारो तरफ सिर्फ अंधेरा है।
ना कही रोशनी है और ना
उसे ढूंढने की चाह।
अब पर करूंगा इस अंधेरे को
लेकर एक छोटा सा दिया
उम्मीद ही तो बांधनी है
मंजिल तो खुद ब खुद मिल जायेगी।-