जो हमें भूल गए उन्हें भला हम क्यों याद रखें।
यादों का महल है हमारा कोई धर्मशाला नहीं।-
Shariq Asghar
(Lekhak SaMurai Sheikh)
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مصنف
A Struggler/Hustler/Fighter/Survivor/Saviour.
Complicated Personality.
Time Taught Me Wr... read more
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Joined 18 November 2017
25 NOV 2022 AT 16:07
24 JAN 2022 AT 20:01
गर वहम है तुम्हे किसी के साथ होने का। तो कोई बात नहीं।
जब दुखों के गहरे गड्ढों में गिरोगे ना तब समझ आएगा।
और तब खुदको अकेला ही पाओगे।-
24 JAN 2022 AT 19:53
सगा कोई नहीं यहां पर दस्तूर है जहान का।
जब तक हांजी हांजी तब तक सब राज़ी।-
24 JAN 2022 AT 19:44
मैं मात्रा से ज्यादा गुणवत्ता में विश्वास रखता हूं।
और सिद्ध करने से ज्यादा संशोधन में विश्वास रखता हूं।-
24 JAN 2022 AT 18:28
If I'm The Baddest Guy In The Room.
Then You Don't Have To Hangout With Me.-
19 JAN 2022 AT 23:06
जी रहा हूं तो बस सिर्फ तेरी वजह से।
वरना मेरे पास मरने की वजहें काफी है।-
9 JAN 2022 AT 22:42
बद्तमीज़ी मेरा किरदार ही नहीं है।
मेहरबानी कर मुझे मजबूर ना करें।-
19 DEC 2021 AT 22:17
रोज़ रोज़ की मार से इंसान बाग़ी हो जाता है।
और बेशक बग़ावत किसी को भी रास नहीं आती।-