वक्त ख़ामोश मेरा,बस कुछ देर और साहेब,
आगाज़ -ए - आतिश अभी बाकी है साहेब-
shantanu sharma
(Shan-e-sifar)
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Born ,Lived and Died . 3 words to essence of life. Everything else is meaning less.
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Joined 22 May 2019
27 JUL 2023 AT 15:48
27 JUN 2022 AT 21:42
ए वक्त बता तेरी आबरू क्या है ,
कभी इसका कभी उसका ,
बता इसकी वजह क्या है।
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11 JUN 2022 AT 21:06
Well said the Man,
Aren't we all dammed,
Till we cross the valley of fire,
And purify our soul on holy pyre.
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9 JUN 2022 AT 20:00
बिन गुनाह गुनहगार था मैं तेरी कहानी में।
काश ख़ता तेरी भी दर्ज होती मेरी कहानी में।।-
9 JUN 2022 AT 19:57
मैं ख़ामोश रहूं या ना रहूं फ़र्क नहीं है साहेब,
गुनहगार मैं तब भी था गुनहगार मैं अब भी हूं।-
21 MAY 2022 AT 19:44
दस्तूर इस ज़माने का बस इतना साहेब,
गुनाह भी हो और बेदाग दामन भी हो।-
14 MAY 2022 AT 1:04
क्या देंखे हर ओर बस एक सी नुमाइश है,
इन बाजारों में बिकती बस मजबूरियों की फरमाइश है।
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13 MAY 2022 AT 23:53
ज़रा ये भी है ज़रा वो भी है साहेब,
ज़रा मिल जाए तो बात क्या हो।-
13 MAY 2022 AT 17:16
गद्दारी मेरे अक्स की है साहेब,
आईने बदल हम बस ख़ुद को बहलाए रखते है।-