कितना मुश्किल होता हे कभी कभी अपना दर्द बता पाना
बड़ा मुश्किल होता हे इसे लफ्जों में समझाना
करीब चाहे कोई कितना भी क्यों ना हो
पर बहुत मुश्किल हे इसे समझ पाना
कभी आंखे तो कभी खामोशी बयां कर देती है
पर दिल कहता हे खामोश रहना ही बेहतर है-
आज फिर सजदे में लाखो लोगो की लंबी उम्र की दुवाएं माँगी जायेगी
आज फिर मातृ शक्ति पुरुष की लम्बी उम्र के लिये निर्जला व्रत करके करवा चौथ मनायेगी
आज फिर एक चाँद के दीदार की आस में दूजा चाँद टकटकी लगाकर वक्त का इंतजार करेगा
आज फिर छन्नी में चाँद को देखकर अपने प्राणप्रिय का अक्स ढूंढ पायेगी
ओर वो इसी तरह अपना पति व्रता धर्म निभा जायेगी
समस्त मातृ शक्तियो को करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं-
आये तो लाखों थे इस दिल मे दस्तक देने
पर वक्त के साथ साथ सब चले गये
इन वादियों की तरह हमे तन्हा छोड़कर
जो गया वो फिर दुबारा ना आया यहाँ लौटकर-
*किसी के लिये भी न्याय मांगने की जरूरत नही है साहब*
*जाती सब अपनी मर्जी से ही है पर आती अब्दुल की मर्जी से है*
*इतना समझाने के बाद भी ना समझे वो पढ़ी लिखी कैसी है*
*इन शहर वालीयो से ज्यादा अच्छी तो मेरे गाँव की अनपढ़ बेटी है*
*जितने भी रेप, ओर लव जिहाद हुवे है वो सब पढ़ी लिखी थी साहब*
*ओर उन पड़ी लिखियो से ज्यादा तो गाँव की अनपढ़ लड़की अच्छी है*
*अपने धर्म और सनातनी धर्म संस्कृति को छोड़कर जो तुम जाओगी*
*यकीन मानो मेरी बहनों कभी बोरियो में तो कभी फ्रिज में भरकर तुम्हारी लाशें आयेंगी*
*श्रद्धा ने भी बनाई थी अपने धर्म संस्कारो से दूरी*
*नतीजा हो गयी ना 35 टुकड़ो में कहानी पूरी*
*दिल्ली वाली साक्षी ने भी कहा था मेरा अब्दुल ऐसा नही है*
*जब मौत के घाट उतारी गई तो याद आई माँ बाप की बाते थी*
*हर हिंदू लड़की ने कहा था जो लव जिहाद का शिकार हुई है*
*मेरा वाला अब्दुल ऐसा नही है साहब*
*तुम्हारे माता पिता की जिंदगी गुजर जाती है तुम्हारा बदन ढकने में*
*ओर तुम उन कटवो के सामने नंगी हो जाती हो जिस्म बांटने में*
*हर सनातनी लड़की ने जिंस टॉप, स्कर्ट पहनकर अपनी संस्कृति बदली है*
*इसीलिए हर हिंदू लड़की उन दरिंदो की निगाहों में चढ़ी है*-
बेशक हमारी उम्मीदों पर फिरा था कम्बख्त पानी
पर आखिरी गेंद पर जडेजा ने बदल दी पूरी कहानी
CSK💛🥇🏏🏆-
जबसे तुम मेरे रूबरू हुवे हो सनम
क्या बताऊँ तुम्हे में दीवाना हुआ हूं किस कदर-
नशा कुछ यूँ चढ़ा है तेरे इश्क़ का तेरे सामने आते ही
सब कुछ धुंधला नजर आता है असर कुछ यूँ हुआ है
तेरे हाथो की इश्क वाली चाय का
कभी नही भूलूँगा नशा तेरे प्यार का
जिंदगी भर याद रहेगा वो पल तेरी मेरी पहली मुलाकात का
कभी नही भूलूँगा में वो दिन 9 फरवरी 2020 रविवार का
Happy 3rd engagement anniversary my love Thank You so much for coming in my life 😘🥰😍❤️🤩-
कभी कभी बाते चुभ जाती है तो कभी लहजे चुभ जाते है
यहाँ हर रोज ना जाने तीर तलवार से गहरी आदते चुभ जाती है
तो कभी आंखों से पल भर में दुनिया ओझल नजर आती है
यहाँ हर रोज ना जाने क्यों हर अपना भी पराया नजर आता है-
ना जाने क्यों
लोग जिंदगी की डोर दे देते है किसी ओर के हाथों में
ओर जब कटती है जिंदगी की पतंग तो फिर
जिंदगी नही कटती है बिन भोर के नैनो से अश्क बहते है
ओर फिर लोग रातो को ही अपना हमदर्द ओर इश्क कहते है
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं-
ये घड़ी की टिक टिक करती आवाज मुझे बताती है
वक्त कैसे निकल रहा है हाथो से ये मुझे जताती है
जमाना कुछ ओर था बचपन का जब खेलो में एक जिंदगी थी
दौर ये आज कुछ और है जवानी का अब जिंदगी ही एक खेल है-