जो स्वप्न पूरे हो सकते है
उसका इंतजार भी सुंदर है।-
कोरे कागज़ की सपाट पीठ पर
मैं शून्य पर सवार हूं ।
कागज़ पर ह्रदय की रेखाओं की तरह
उड़ते चलते गिरते पड़ते
नए मोड़ से टकराते
मक्कम निडर मन से झूझते
एक उम्मीद लिए
सही पते पर पहुंचने के लिए
कई जगहों से लापता,
मैं एक(१) और शून्य (०) के साथ
शून्य(०) पर सवार हूं।-
कई बार सही पते पर
पहुंचने के लिए
कई जगहों से
लापता होना पड़ता है ।
-
એય..સાંભળે છે ને તું..!!
આંખોમાં સોનેરી સપના આવી જાય છે,
શાંત મુખે સ્માઈલ આવી જાય છે,
બેજાન શરીરમાં જાન આવી જાય છે,
જ્યારે તારી સાથે વાત થઈ જાય છે
એય..સાંભળે છે ને તું..!!-
आज पूरे दिन का हिसाब किया
कुछ नफ़ा हुआ
कुछ सीख मिली।
सोचा क्या किया जाए
इस सीख का!?
तो ख्याल आया
क्यों न चाय की तरह
इसे भी
नए दिन की शरुआत का
नफ़ा मान लिया जाए।-
अब ये परीक्षा का दुःख
सहा नहीं जा रहा।
काश!
परीक्षा में उसकी
आंखों पर प्रश्न आते!।-
मैंने कभी कहा नहीं,
उसने कभी समझा नहीं।
खयालों की दुनिया में जिया उसे
वास्तविक दुनियां में वो मिला नहीं।
एक अरसा हुआ बात किए
फिरभी, उससे कोई गिला नहीं।-
सुनो,
और भी शहरो में रुकती है रेलगाड़ी,
एक तुम्हरा ही शहर नहीं जहां स्टेशन है!!-
मेरे पास सुनाने को
हज़ार कहानियां है,
उनके पास बस,
सुनने के लिए वक्त नहीं।-
दुःख भी झेला जा सकता है,
प्रेम साथ हो तो,
खुशी भी गम सी लगती है
प्रेम साथ न हो तो,
अधूरापन महसूस होता है
प्रेम देने वाला साथ न हो तो।-