Shalu Singh   (S.Singh)
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Joined 6 March 2021


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11 MAR 2022 AT 11:22

तुम्हारे गमों को तोड़ दू,
मां ने दिल तोड़ना नहीं सिखाया ।


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10 MAR 2022 AT 20:17

सामने अच्छे पलटते ही रंग बदल लेते हो,
मेरी जान तुम ऐसा कैसे कर लेते हो।

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10 MAR 2022 AT 19:30

तुम संग झगड़ने का
बातों से बात निकाल
तुम संग लड़ने का

बड़ा आना जाना है
मेरे आँगन में तुम्हारा
तो बहाना चाहिए था
तुम संग दुरिया बढ़ाने का

किस्मत पनौती का दाग दे गई
कहते हैं सब मेरी नजर लगती है
इक बहाना चाहिए था
दोबारा नजरें न मिलाने का

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10 MAR 2022 AT 19:00

आँखो में तेज,लबों पे मुस्कान है ।
हृदय महादेव बसे,भगवा मेरी पहचान हैं।।

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7 MAR 2022 AT 21:43

बातें पुरानी याद कर कभी मेरा ख्याल करना
आँखें बंदकर मन ही मन उनको महसूस करना

कुछ चीजें बाकी रह गई जो पास तुम्हारे वो तेरे काबिल नहीं
तो लौटाकर उन चीजों को मुझपर एहसान करना

देख ली तुम्हारी फितरत तुम मेरे शराफत का लिहाज़ करना 
भूलकर दोस्ती मेरी तुम मेरी दुश्मनी पे नाज़ करना

अकेले तुम ही दर्दमंद मेरे ये झूठा गुमान ना करना
मेरी चीजें लौटाने का मुझपर एक एहसान करना

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4 MAR 2022 AT 17:04

तू इमतिहान न ले मेरा, मुझे जल्दबाजी नहीं है जाने की
मैं इतमिनान से बैठी हूं खफ़ा होकर, तू कोशिश करता रह मनाने की
तेरा साथ चाहिए वक्त-ए-जरूरत पर, वादे नहीं सात जन्म निभाने की
तुम हौसला बनकर खड़े रहना पास मेरे, मुझे आस नहीं जमाने की

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26 FEB 2022 AT 20:22

मेरी हाथों को थामे हाथ तुम्हारा
ढूँढती है निगाहें तुमको हर जगह
नजरों को बेसब्री से इंतजार तुम्हारा
तू जिंदा कही और,
मेरे पास एक एहसास तुम्हारा
बस कुछ पल का साथ हमारा,
मेरे हाथों को थामे हाथ तुम्हारा

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20 FEB 2022 AT 15:25

मुस्कुराते चेहरे का ग़म नजर आए,

चमकती आँखों का नम नजर आए।

यूँ तो हर किसी के साथ बाँटा नहीं जाता अपना दर्द,

लाखों अजनबी में किसी संग अपनापन नज़र आए।।

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20 FEB 2022 AT 13:27

सब पूँछे मोहन मोह से
मैं पूँछू साँवरे तोह से
तू कौन से जोग जाने है
जो तेरे दरस के सब दीवाने हैं
जब नैन श्याम से टकरावे है
उसी क्षण हृदय मीरा हो जावे है ।

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24 JUL 2021 AT 14:13

सफाइयां दलीलें बात-बात पर
सुबूत बेवक्त मेरा इम्तिहान
हर वक्त मुझे परखना सीधे बात क्यों नहीं करते

सब कुछ कहने वाली निगाहें
ब्यां करती होंठों की हंसी
सब तेरे सामने तुम इन‌ पर यक़ीन क्यों नहीं करते

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