आदत सी हो गई थी तेरी...
अब तो तेरे बिना भी जी लेते है।
ख्याल आय भी तू...
तेरी कहीं हर झूठे वादे याद कर लिया करते है। ...-
दिमाग से नहीं।
दिल से लिखते हैं।
दिल के दर्द को।
बस अपने लफ़्ज़ों में बया करते हैं।
आदत सी हो गई थी तेरी...
अब तो तेरे बिना भी जी लेते है।
ख्याल आय भी तू...
तेरी कहीं हर झूठे वादे याद कर लिया करते है। ...-
Trust is such a strange word.
One is doing and the other is breaking.-
जब अपनों ने ही साथ छोड़ा है।
जब गैरों ने हाथ थामा है।
तो अपने ने भी साथ मांगा है।-
उनसे बातें करके ये पता चला।
दिल भी वही तोड़ते हैं।
जो अपना बोल दिल में जगह बनाते हैं।-
अपनों ने भी बहोत रंग दिखाए हैं।
अपना कह कह अपनों ने ही खंजर मारे हैं।-
जिस परिवार ने कभी रिश्ते जोड़ना सिखाया था।
आज उसी परिवार ने रिश्ते तोड़ना भी सीखा दिया।-