बिछड़ते वक्त उसने दीदार दिया मुझको
मैने वक्त मांगा उसने इतवार दिया मुझको
वो मेरे साथ दुखी रहता दोस्त
इसलिए उसने इंकार दिया मुझको
कुछ पल साथ रही तो जाना उसे
कुछ पल में ही संवार दिया मुझको
एक दिल ही तो था जो उसने दिया मुझे
दिल भी दिया तो उधार दिया मुझको...!!-
सच है कि निभाना पड़ता है
प्यार है तो जताना पड़ता है
वो मुझे देख कर ऐसे मुस्कुराता है
मुझे भी पलट कर शर्माना पड़ता है..!!-
जब भी लड़खड़ाई कश्ती मेरी
क़िस्मत की उसने हर बार संभाला है,
बंदे के लिबास में खुदा है वो
जिसने मुझे पाला है..!!-
लफ्ज़ रह जायेंगे बातों को मुकम्मल करते,
बात लहज़े की थकावट में बिखर जायेगी,
और सोचती हूं जिस रोज मैं मर गई,
मेरे साथ तेरी याद भी मर जायेगी..।।-
तुम मेरे हो जाओ ऐसी ज़िद मैं नहीं करूंगी
पर मैं तुम्हारी थी तुम्हारी ही रहूंगी-
मैं उसकी हूं ये बात सारा ज़माना जानता है
वो किसका है ये ख़्याल मुझे रात भर सोने नहीं देता!!-
तीखी बातों से ज़ख्म भरे तो नहीं हैं
काटें ही हिस्से आए हैं सो डरे तो नहीं हैं
क्या हुआ गर ठुकरा दिया गया हमें
अरे इश्क़ में हारे हैं मरे तो नहीं हैं..!-
तुम मेरे दिल में तो हो
लेकिन मेरी किस्मत में क्यों नहीं
तुम मेरे ख्वाबों में तो हो
लेकिन हकीकत में क्यों नहीं..?-
प्यार हर बार जताना ज़रूरी है क्या..?
मान भी जाओ मनाना ज़रूरी है क्या..?
हां तुमसा नहीं मगर तुमसे है
सुनो दरमियां हमारे जमाना ज़रूरी है क्या..?
मैंने कहां कब कुछ मांगा है तुमसे
तुम्हारा बात बात पर आजमाना ज़रूरी है क्या..? बेचैनी सी है रुको जरा पास मेरे
किस जल्दबाजी में हो जाना ज़रूरी है क्या..?-
मैंने जिसे चाहा उसने चाहा किसी और को
खुदा करे जिसे वो चाहे
वो भी चाहे किसी और को...!!-