shalini priya   (Shalini priya,'mitu ')
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Joined 12 January 2018


Joined 12 January 2018
13 APR 2020 AT 20:43

प्रकृति की ओर लोटिये ।
गर्मी बढ रही है ।
सतुआनी मनाये ।
बैशाखी मुबारक हो ।

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25 MAR 2020 AT 17:16

हिन्दु नवसंवतसर2077,चैत्र नवरात्र ,गुड़ी पहवा,पारसी नववर्ष की सभीको हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई ।💐
माँ सभी के कष्टों का निवारण करेगी ऐसा विश्वास बनाये रखे।परिवर्तन का समय है ।इसलिये अपने अंदर और परिवेश में सकारत्मक उर्ज़ा का संचरण बनाये रखने की सार्थक कोशिश कर खुद,परिवार,समाज ओर संसार का कल्याण करने में अपनाछोटा सा योगदान दे करअसीमित उर्ज़ा निर्माणकी एक कड़ी बन माँ आदिशाक्ति से जग को ,मनसा,वाचा,कर्मणा रोगमुक्त ,भयमुक्त होने कीकामना कर उनका आशीर्वाद और प्यार माँगे।🤲🙏जय माँ भवानी।🧘‍♀️🌍🔔📯🌺।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शो का अनुकरण कर खुद को आनेवाले समय के लिए सज्ज करेओर इस वैश्विक आपदा से उबरें ।जय सियाराम 🙏🙏

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10 MAR 2020 AT 18:47

लाल, पीली, नीली ,हरी,गुलाबी
मुबारक हो आपको ये रंगो भरी
प्यार वाली होली।
प्रेम,स्नेह,करुणा के रंग से रँगा हो ,
सभी का तन मन और जीवन
सब रंग तो सभी लगाये।
लगाऊं मैं आपको
स्नेहका अबीर और प्रेम का गुलाल।।


रंगोत्सव मुबारक हो

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10 MAR 2020 AT 18:23

फगुआ के रंगों को देख,देखो मौसम भी है बौराई ।
देखआम की मंजरी,सुन कोयल की कूक
धरा भी है बौराई ।
ओढ़ के धानी चुनरिया,धरा भी है शरमायी
देख धरा का नवश्रृंगार ,अम्बर भी रोक ना पाया
अपने जज्बात
इसलिए तो उसने बिन मौसम ,
प्यार की जमके बारिश बरसाई ।।

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7 FEB 2020 AT 16:37

सुर्ख़ गुलाब हाँथों में लिये,
हम दीदारे महबूब को तरसते रहे ।
दोनो दहकतेरहे संग-संग
फर्क सिर्फ इतना है कि ,
वो खुशबू बिखेर केसुखते रहा,
और हम सुलग-सुलग के सुखते रहे।।

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30 JAN 2020 AT 16:15

आज वही वसंत पंचमी की तिथि है ।आपको माँ की पूजा-अर्चना करना बेहद अच्छा लगता था पापा ।आज भी हमने माँ की पूजा-अर्चना की है ।आज ही के दिन आपका 12वाँ हुआ था।आज 30जनवरी को आपकी पुण्यतिथि पर वही सरस्वती पूजा है।आप थे तो हर त्योहार में एक अलग उत्साह और उमंग होता था।त्योहार तो अब भी हैं पापा,पर अब वो बात नही ।😥😭🌻✍🙏🙏🙏🙏love you and mis you papa

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30 JAN 2020 AT 16:06

आज इतने बड़े मैदान में बैठ कर के जब मैं धूप का आनन्द ले रही थी तो आपकी यादें मन को मसोस गयी ।जाड़े की गुन्गुनी धूप में शाम होने तक बैठ कर कुर्सी यहाँ से वहाँ करते हुए आपका अखब़ार पढना ।अखबार तो अब भी आता है पापा पर अब वो बात कहाँ ।आपको अपने बगीचे में रँग बिरंगे फूल बहुत पसंद था।आज जब ढेर सारे देशी गेंदे के फूल खिले हैं तो उन्हे मैं आपकी तस्वीर पर चढ़ा रही हूँ ।आपकी हर पसंद को हम बहनो ने हमारे घर में जगह दी है ।आपके साथ tv पर आध्यात्मिक और पसंद के serial देखना।
क्रिकेट मैच में भारत की जीत के लिए साथ में दुआ करना ।serial तो अब भी आते हैं पापा पर अब वो बात नहीं रह गई है ।आपसे कितनी बातें करनी थी पापा,पर आप इतनी जल्दी क्यूँ चले गये।😭

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30 JAN 2020 AT 15:50

समय कितनी जल्दी बीत जाता है कि पता ही नही चलता की आपको गये हुए 6वर्ष बीत गये लेकिन लगता है कि जैसे ये घटना अभी कल ही तो घटी है ।आज जब कुछ पल अपने नीम के पेड़ के नीचे बैठी थी तो एक एक कर के आपके साथ बीते हुए समय चलचित्र की तरह आँखों के सामने आते चले गये।बचपनसे ये नीम का पेड़ हमारे घर की पहचान है ।आप ओर माँ हमेशा कहते थे कि हमारे जमीं पर नीम का पेड़ है एक कुआँ है जिसके नीचे बैठना आपको कितना पसंद था।जैसे इसके अलावा कोई और पेड़ है ही नही।हम भी अपनी सहेलियों को गर्व से ये बताते थे और सब बड़े ध्यान से सुनती जैसे नीम का पेड़ होना कोई बहुत बड़ी बात है ।आज वाकई ये पेड़ के नीचे बैठ कर ऐसा लगता है कि मैं आप दोनो की छत्रछाया में हूँ---

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1 JAN 2020 AT 0:56

जिनसे मुझे खुशियाँ तमाम मिली,
जिनके साथ से
अधरों पे मुस्कान खिली,
जिनके होने से नैनो में ख्वाब सजे।
उन अपनो और उन बेगानोको,
जिनसे अश्कों का सैलाब
और गम बेशुमार मिला ।
ऐसे सभीको मेरी तरफ से,
हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई ।
ईश्वर आप सभी की ,
सारी अच्छी ख्वाइशों को पूरी करे ।
आने वाला साल सभीको मुबारक हो ।
नव वर्ष शुभ मंगलमय हो ।🙌🙏💕

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31 DEC 2019 AT 15:03

जिन्दगी को जिसने जीना सीखाया,
जिन्दगी को जिसने चलना सिखाया,
जिन्दगी का जिसने स्वागत करना सिखाया,
जिन्दगी अमुल्य है जिसने ये सिखाया
उस परमेश्वर के द्वारा संचालित,
काल चक्र में आते-जाते हुए
समय को मेरा प्यार भरा नमस्कार ,सलाम,सत श्री अकाल ।।
सभीको ये जिन्दगी मुबारक हो ।

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