यही दस्तूर हैं इसके
बस यही दुनिया है..
..Shakti..-
Jhumka City BAREILLY (U.P.)
• Single- So A Thinker by Soul
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गुमशुदा सी ज़िन्दगी ये
गमज़दा सी ज़िन्दगी..
जी रहे सब बेसबब सी,
तयशुदा सी ज़िन्दगी..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
🍁मैं मज़े में हूँ🍁
न तो मैं फ़क़ीर हूँ न नशे में हूँ,
मेरी आदत है ये कहना कि "मैं मज़े में हूँ..
न ज़िक्र कहीं मेरा न ही फ़िक्र किसी को,
मैं आफ़ताब तो न बन सका मगर हर ज़र्रे में हूँ..
बस इसी इक ख्याल से "मैं मज़े में हूँ..
मैंने देखा है यहाँ लोगों को रोज़ चेहरे बदलते हुए,
ज़माने का ये हुनर देख मैं सदमे में हूँ..
फ़िर भी आदतन ये कहता हूँ कि "मैं मज़े में हूँ.. .
.𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..
© #socialsaintshakti-
नये दौर में भी दौर वो पुराना देखा,
जब माता-पिता की नजरों से ज़माना देखा..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
❤अनकही हसरतें❤
अनकही हसरतों को मचलते देखा,
तेरे आगोश में खुद को पिघलते देखा..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
तुम्हें शायद फुरसत नहीं अब कुछ भी सुनने की,
और हमको अब आदत न रही हर बात लिखने की..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
हम किसी की किस्मत में,
शायद लिखे ही न हों..
या वो अहसास अपनेपन के,
अब तक कहीं दिखे ही न हों..
ख़ैर वजह जो भी हो,
ये किस्सा यहीं छोड़ देते हैं..
जिंदगी का ये पन्ना
फ़िलहाल मोड़ देते हैं..
ग़र मिलेगा कभी कोई ऐसा,
तो हम भी ये हुनर सीखेंगे..
कि कैसे लोग दिल से दिल को,
जोड़ लेते हैं..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
💔🌺कहानी🌺💔
सोचता हूँ कि इक कहानी लिखूँ,
बचपन लिखूँ या जवानी लिखूँ..
बेसबब झूठी मुस्कुराहटें लिखूँ,
या आंखों का सच्चा पानी लिखूँ..
लम्हा-लम्हा ज़िंदगी लिखूँ,
या लम्हों में ज़िंदगानी लिखूँ..
मगर सब सच लिख दिया तो
पन्ने अश्कों से भीग जाएंगे,
अब कहो तो सब झूठ लिखुँ,
या हर लफ्ज़ मनमानी लिखूँ..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..-
एक तो सितम ये कि हमसे दूर हैं वो,
दीदार-ए-हुस्न भी नहीं देते, बड़े मज़बूर हैं वो..
बना लेते हैं वो अपने अल्फाज़ों से दीवाना,
और इक 'पोशीदा' नाम से यहाँ मशहूर हैं वो..
..𝖘𝖍𝖆𝖐𝖙𝖎..
(पोशीदा - गुप्त - Hidden)-