हमने जिस हद तक समझौते किये हैं...
अपनी नज़र में ही, ख़ुद गिर गये हैं !!!-
Shaily
4 Followers · 2 Following
Joined 8 April 2021
14 MAY 2022 AT 17:29
15 APR 2022 AT 23:12
फिर एक उम्र लग गयी है तुम्हें पाने में,
नहीं छोड़ेंगे तुम्हें, डर के इस ज़माने से
-
11 APR 2022 AT 12:38
लोकाचार
आलोचना बहुत प्रिय होती है दूसरों की
नमक-मिर्च लगा कर नींबू छिड़कते हैं
हरी धनिया से सजा कर गली-घर-घाट परोसते हैं
मग़र तारीफ़ में बेहद किफ़ायत बरतते हैं
-
13 JAN 2022 AT 22:16
You are a BIG SHOT,
I'M a little spark…
don't forget -
there's a lille spark✨,
behind every BIG Shot 💥
-
2 NOV 2021 AT 7:14
कहाँ किस्सों के आईने जो सब सच बोल देते थे
'दिखा के आईना' सूरत की सीरत खोल देते थे
बेचारा आईना हैरां है अब सूरत नहीं दिखती
कहाँ से सच कहे, दिखते मुखौटे अक्स में सबके
बड़ी तल्खी है लफ़्ज़ों में कलेजे चीर देते हैं
लोग अब घूमते जेबों में लेकर लफ्ज़ नश्तर से
आँख मिलने पे दिखते हैं फरेबी अक्स उल्फ़त के
गले मिलकर पीठ में रंजिशी छुरियाँ चुभोते हैं-