रात क्या होती है हमसे पूछिए
आप तो सोए सवेरा हो गया ❤️❤️-
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Wish me on 30 july
उन रफ़ीकों से शर्म आती है जो मेरा साथ देके हारे हैं
और तो हमने क्या किया लेकिन ये किया है की दिन गुज़ारे हैं ❤️❤️-
हर बार मेरे सामने आती रही हो तुम
हर बार तुम से मिल के बिछड़ता रहा हूँ मैं ❤️❤️-
गहरी बातें यूँ ही
लिखकर छोड़ देता हूँ
और माँ कहती है
"लड़का बोलता कम है।"-
एक दिन जियूंगा अपने लिए भी,
ये सोचकर हर लड़का अपनी पूरी उम्र गुज़ार देता है !
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कुछ लोग रोना रोकते हैं
बेहिसाब रोकते हैं
इसलिए नहीं कि
वे मजबूत होते हैं
बल्कि इसलिए कि
उनके आस-पास
कमजोर कंधों का कारवां
होता है
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इतनी देर तक ना रहना पिंजरे में कैद तुम...
के इक दिन पिंजरा भी घर लगने लगे...
धीमी फिज़ाओं से इतना ना लगाना दिल...
के यूँ ही थमे रहना भी सफर लगने लगे...
है बुरा नहीं करना अंधेरों से आशिक़ी...
मगर ऐसा ना हो के रात ही सहर लगने लगे...
इतनी देर तक ना रहना पिंजरे में कैद तुम...
के इक दिन पिंजरा भी घर लगने लगे...
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हाँ, मिजाज़ ज़रा गर्म है उसका पर रूह में ठंडक छांव की है...
नाज़-ओ-नख़रों से शहर की लगती है मगर ये लड़की दिल से, गांव की है!!-
काफ़िर कर दिया है वक़्त ने बीते दिनों...
पर दुआ की आजकल बड़ी ज़रूरत है!!-