“अपने किरदार से ही महकता है इंसान,
चरित्र पवित्र करने के लिए इत्र नहीं आता”-
कुदरत ने ये सिफ़त दुनिया में बस
औरत को बक्शी है,
माँ पागल भी हो जाये तो बच्चे,
याद रहते हैं !!
Love you maa ❤-
"धारा तीन सौ सात लगनी चाहिए तेरी निगाहों पर"|
"यूँ देखना भी क़त्ल की कोशिश में शुमार होता है"||
@mishra-
“मोहब्बत हार गई तेरे ग़ुरूर पर,
रिश्ते को दफ़नाया तुने ज़रा से कुसूर पर।”
@Mishra-
वही शख्स मुझको सताता बहुत है ,
ये दिल जिसको चाहता बहुत है !
और मैं अपने गमों को छुपा-छुपा परेशां हूं,,
और लोग कहते हैं ये मुस्कराता बहुत है !!-
Tum jo bar bar mujhe najar andaj karti ho,
Eska matlb hai ki tum kisi aur se pyar karti ho!
Aur dekha jaye to mai ik tarah se tere raste ka kanta hi to hu,,
To fir dard me dekh kar mujhe tum kis baat ka mlal karti ho!!-
🍁|| मैं विरह की वेदना लिखूँ या
मिलन की झंकार लिखूँ,,
तू ही बता थोडे शब्दों में कैसे
सारा प्यार लिखूँ ||🍁
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तुम गिनती नोट करोड़ों में हो,
मैं तो हजार का परेशान प्रिये..!-
क्या खूब कुदरत ने आपको बना दिया,
कितनो का रूप देके आपको सजा दिया ।
लग न जाये किसी की आपको बुरी नजर,
मुखड़े पे काला तिल इसीलिए बना दिया ।।-
ये दौर है ऐसा क्या खूब जवां हूँ,
मेरी जां मैं तुझपे फिदा हूँ ।
तेरा दीवाना आज मैं न होता,
तो दुनिया में अपना भी कुछ और करिश्मा
होता ।।
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