यूँ हम भी तुम से हाँ तुम भी हम से
दबे ज़ुबाँ कुछ तो कह रहे हैं
हम एक कश्ती के हैं सवारी
हम एक धारा मे बह रहे हैं
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Poet by blood
RegzaroN ka manzar bhi mujh mein
E... read more
ہم اس طرح سے اپنی پہچان لکھ رہے ہیں
غزلوں کے معرفت اک ارمان لکھ رہے ہیں
دیوانگی سے آگے کی بات ہے یہ مانو
ہم دل کے ہر ورق پر دیوان لکھ رہے ہیں
हम इस तरह से अपनी पहचान लिख रहे हैं
ग़ज़लों के मा'रफ़त इक अरमान लिख रहे हैं
दीवानगी से आगे की बात है ये मानो
हम दिल के हर वरक़ पर दीवान लिख रहे हैं-
تمہیں بھول جانے کی کوشش بھی میری
تمہیں یاد کرنے کا ہے اک بہانہ
तुम्हें भूल जाने की कोशिश भी मेरी
तुम्हें याद करने का है इक बहाना-
मिरे भी घर का ख़्याल थोडा़
मिरे ख़ुदा तू संभाल थोडा़
के अब के होली है सरहदों पर
बचा के रखना गुलाल थोडा़
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गुलालों की ज़रूरत क्या तिरे गालों पे मलने को
तिरे चेहरे की लाली से मिरी होली हुई जानाँ-
जान बख़्शी है मिरी मेहरबानी है तिरी
मै शहादत साथियों की मगर भूला नहीं-
भला भिड़ते हो क्यूँ हम से के जब है जीतना मुश्किल
के तुम से तुम सा पेश आना हमें अच्छा नहीं लगता-
یہ میرے دل کی خواہش ہے کبھی یوں بھی تو ہو جایۓ
میں تم سے روٹھ جاؤں اور منانے آؤ تم مجھ کو
Ye mere dil ki khwahish hai kabhi yuN bhi to ho jaye
Mai tum se rooth jauN aur mananey aao tum mujhko-
गुलाबों का जो गुलशन है
मेरे ख़्वाबों का आँगन है
शजर ख़्वाहिश के उगते हैं
तेरी चाहत का सावन है
तेरा ही हो गया हूँ मैं
तेरी जानिब मेरा मन है
ये दिल तो है मेरा लेकिन
मेरी जाँ तेरी धड़कन है
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बताऊँ किस तरह तुमको मैं कैसी कशमकश में हूँ
विसाल ए यार मुश्किल है जुदा रहना भी ना मुमकिन
بتاؤں کس طرح تم کو میں کیسی کشمکش میں ہوں
وصالِ یار مشکل ہے جدا رہنا بھی نا ممکن-