ऐ इब्न-ऐ-आदम है कसम तुझको तेरे ख़ुदा का,,
ईमान ला उसकी बातों पे काम ना कर शैतान-ऐ-नादां का!!-
chai lover☕❤️
Moody 👻🙄
B.sc student📚
14th October... read more
Use kabhi jhukna manjoor na tha
Aur abke toh....
Mujhe bhi na tha jhukna gawara
Fir kya tha...
Wazah bani anaa....
Aur jo risht tha dono ke darmiyan
Wo hua fanaa.....-
है मर्ग भी उसी का वही है हयात का मालिक..
ग़र इबरत है उसकी ज़ात मगर रहमत भी है वही..
है दहर भी उसी का वही है ख़ुल्द का मालिक..
पोशीदा है उसकी ज़ात मगर अक़ीदा भी है वही..
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ہے مرگ بھی اُسی کا وہی ہے حیات کا مالک،،
گر عبرت ہے اُسکی ذات مگر رحمت بھی ہے وہی،،
ہے دہر بھی اُسی کا وہی ہے خلد کا مالک،،
پوشیدہ ہے اُسکی ذات مگر عقدہ بھی ہے وہی،،-
यार जे वांगू तू करदा ऐ नाले सलूक मेरे,
तेनु जैब ते नइ दित्ता ऐ...
और इश्क़ दा मेरे जे तू दित्ता ऐ सिला
इनया कोई फरेब ते नइ दित्ता ऐ...-
Mohabbat toh bas ek paimana hai,
Izzat jo na ho gar rishton mai...
lagta ye mujhe bas ek bahana hai!
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My dua be like:
Yaa ALLAH please please please...
Yaa ALLAH please please naaaa...😣-
क्या सितम है "शाह" के वह,
शायर भी है कलम भी खंजर सी है!
बातें उसकी दिल पे लगती है,
और लहज़ा दिल चीर जाती है!
लफ्ज़ लफ्ज़ भी तीर से है,
जुबां भी कोई तलवार सी है!
और उस पर ये जुल्म के,
निगाहें भी करती वार सी है!-
के "शाह" हजारों मन्नतों और दुआओं से,
वापस हासिल-ऐ-जिंदगी तो हुआ वह मिरा...
मगर जितना भी वह आया हिस्से मै मिरे,
बाकी कुछ भी ना रहा पहले जैसा उसमे मिरा...-
सब समय की मोह माया है.....
कल तक हम थे अजीज, आज कोई और मन में समाया है!-
यहां हर शख़्स समझने से कासिर और सोंचने से है खाली,,
हो जब भी कुछ धर्म से जुड़ा सुनते नहीं ये समझते नहीं,,
सही गलत का फ़र्क भी चाहते हैं देखना ये नहीं,,
इंसानियत को रख कर हैवानियत की ताक़ पर,,
धर्म के नाम पर बन जाते हैं ये अधर्मी,,
दुनिया का हर मज़हब ही है ये सिखाता,,
बनाए गए हो जो गर तुम इंसां,,
इंसानियत ही है पहली बुनियाद तुम्हारी,,
इसी से हो तुम और यही है कर्म फल तुम्हारा,,
चाहे भाग लो तुम अपने आज और कल से,,
भाग नहीं पाओगे तुम अपने कर्म फल से!!-