रायगा जाएँगी साँसें, रायगा अपने उसूल जाऐंगे,
बाद मेरे ......अगर......लोग मुझे भूल जाऐंगे..— % &-
Janna chahte ho g... read more
Is khmoshi se tu anjaan bhi ho sakta hai..
Dekh isme chhupa toofaan bhi ho sakta hai..
Mout har ek ko aani hai So aayegi zarur,
Kal teri mout ka elaan bhi ho sakta hai..
Iski baato me jhalakti to hai chahat lekin,
Ye jo insaan hai, shaitaan bhi ho sakta hai..
Mujh se milna hai to fir ye bhi samajh le aye dost,
Mujhse milkar ke tu hairaan bhi ho sakta hai..
Tu jise soch ke baitha hai maseeha apna,
Wo tera dushman e jaan bhi ho sakta hai..
Kab hai mumkin, koi armaan bhi baaqi na, rahe,
Kab juda, dil se har armaan bhi ho sakta hai..
Ik khushi mujhko mayassar na hui chahi gayi,
Jabki rab mujhpe meharbaan bhi ho sakta hai..-
ऐ ख़ुदा, ....तेरी मर्ज़ी से क्या नहीं होता..
सोचती हूँ, क्यों ये सोचा हुआ नहीं होता..
गर ये किस्मत........ बुरी न होती तो ,
फिर किसी को,........गिला नहीं होता..
साथ रहने मे........... फायदा क्या है,
दिल जो दिल से,....... जुड़ा नहीं होता..
ये भी इक बात,...... बस गलत ठहरी,
अच्छे लोगों का,....कब बुरा नहीं होता..
रन्ज-ओ-गम से,.... बरी ही रहना था,
दिल जो .......हसरत ज़दा नहीं होता..-
Sabko apni hi padi hai, dusro'n ka gam fizool..
Apne aansu sache aansu, teri aankhe'n nam fizool..
Waqt ne itna to mujhko, aaj samjha hi diya,
Koi apna kab hai apna, sabki khatir hum fizool-
मैं ख़ुश हूँ, बहुत ख़ुश हूँ, कोई गम न कीजिए,
पलकों को मेरे गम में,....तुम नम न कीजिए-
मौत पर मेरी कोई,.. मातम न हो..
मेरे जाने का किसी को, गम न हो..
मैं तो मरने के लिए ......तैयार हूँ,
आँख बस कोई ज़रा भी, नम न हो..
ज़ख़्म देना है तो .....ऐसा दीजिए,
जिसका कोई भी कहीं, मरहम न हो..
देख ये मुमकिन नहीं..... मेरे लिए,
ख़ुश रहूँ, और पास तेरा गम न हो..
ये तबीअत भी तबीयत में रहे,
इक तबीयत ही सदा ,बाहम न हो..
रह गई महरूम तेरी दीद से,
यूं हुई आँखें के जैसे, दम न हो..
मैं चली अब मौत की आगोश में,
देख रन्जीदा मिरे, हमदम न हो..-
कौन कहता है, बडे लोग सही कहते हैं,
बात हर एक सही, वो भी नहीं कहते हैं..
बे-अदब कह दी अगर जाऊँ, तो हैरत कैसी,
यूं फकत मैं ही नहीं, यूँ तो सभी कहते हैं..
उनकी हरक़त पे मुझे खूब जुनूँ आता है,
बात जो लोग, लहज़े मे दबी कहते हैं..
रब करे तुझको ज़माने का,कोई गम न लगे,
देखकर सब ये मिरे लब की हँसी कहते हैं..
उनकी ये शोख़ अदा, हाय मैं सदक़े जाऊँ,
प्यार से जिस घडी, उफ्फ वो मुझे जी कहते हैं..
मैं बुरी हूँ तो,.... बुरी ही तो नज़र आऊँगी,
क्या गलत, मुझको अगर सब ही बुरी कहते हैं.
इश्क़ को,लोगों ने इक खेल समझ रक्खा है,
दिल के आने को,महज़ दिल की लगी कहते हैं..-
Aye Hina, तू मुझे बहुत अच्छी लगती है 🤗
बडी है,...मगर बातों से बच्ची लगती है 🙃
तेरी हर बात.....,यूँ तो सच्ची लगती है 😇
पर तू कानों की थोड़ी, कच्ची लगती है 😝
💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖-
मुबारक़ हो तुमको, ये रोज़-ए-मसर्रत..
रहे संग तुम्हारे,.. सभी की मोहब्बत..
जहाँ भी रहो तुम, ........रहो ख़ैर से,
करे रब तुम्हारी,... हमेशा हिफ़ाज़त..-
Aye Hina..🤗🤗
अपने प्यारे से हाथों पर,..Rang e Hina... सजाए रखा कर 😍
ना हुआ कर उदास, होठों पर मुस्कुराहट सदा बनाए रखा कर 😇
और.... मेरी सोहबत का भी पास.. है कि नहीं तुझे कुछ,😒
तुझसे कहा था ना,हर हाल में YQ से दिल तु लगाए रखा कर 💖-