Shabdoka Sagar   (शब्दोंका सागर)
1.3k Followers · 5.1k Following

read more
Joined 27 June 2019


read more
Joined 27 June 2019
29 DEC 2024 AT 17:11

हसी आती है खुद पे
जब आयने के सामने खड़ा होता हूं
पाया सब कुछ है
लेकिन क्या क्या खोकर

-


4 MAR 2023 AT 17:46

Kab tak main khali Jeb leke ghumu
Mujhe bhi Ameer hona hai
Lagta hai dusara rasta apanana padega
Kyu ki Mehnat Puri Umar karte hai
Lekin Akhir main sab kuch mil Jataa hai
Akhir main jab zindagi Maut ke samne haar chuki hoti hai

-


5 AUG 2022 AT 13:53

नज़र नहीं आते अब
किस शहर मैं बसेरा है आपका
हर शहर छान मारा हमने
पर ये कोनसा शहर है
जो अब तक हमें नहीं मिला

-


31 MAR 2022 AT 0:34

# बस एक नींद

नींद गेहेरी है रात बेहेरी है
कोई ना मिले सपनों में
अब ये नींद मेरी है
जगाना मत
सुबह सब कुछ सुनती है
हम खुद जाग जाएंगे
बस एक नींद बाकी है

-


27 MAR 2022 AT 23:16

मुझसे पूछती जिन्दगी है
किस चीज की कमी है
हर बार मैं यहीं बता देता हूं
बस तेरी ही कमी है

-


25 MAR 2022 AT 21:31

मोहब्बत हुई उनसे
बस एक मुलाकात में
दीवाने हुए हम हर एक बात पे
अब पूरी रात नींद नहीं आती
जब की पेहेले पूरा दिन कम पड जाता सोने में

-


25 MAR 2022 AT 13:48

कभी इंसान था मै भी
अब ना जानें क्या हूं मैं
खुदको अकेला पाया है मैंने
जब की हर अपना है साथ में

-


23 MAR 2022 AT 23:35

ना कुछ उसने कहा
ना हमें केहेने दिया
वो पल यू ही चला गया
और बस यादों में बस गया

-


22 MAR 2022 AT 19:38

Paid Content

-


22 MAR 2022 AT 14:41

Paid Content

-


Fetching Shabdoka Sagar Quotes