ज़रूरी तो नहीं हर लम्हे में तुम शामिल रहों।
और भी बहुत कुछ है जिन्दगी जीने के लिए।।-
शाश्वत
(नील)
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🎂 14 feb
तुम्हारे बज्म की रोशनी नहीं ,इज्ज़त हूँ !
माँ हूँ, बहन हूँ, बेटी हूँ, हाँ मैं और... read more
तुम्हारे बज्म की रोशनी नहीं ,इज्ज़त हूँ !
माँ हूँ, बहन हूँ, बेटी हूँ, हाँ मैं और... read more
Joined 17 August 2019
3 MAR 2023 AT 9:24
25 APR 2022 AT 8:20
हरे शज़र न सही शुष्क घास रहने दो ।
जमीं के जिस्म पर कोई लिबास रहने दो ।।-
17 APR 2022 AT 10:32
मैं तुम्हें चाहूँ और तुम्हे गुमां भी न हो ।
फिर तो मेरी दीवानगी में ही कमी मानी जाएगी।।-
8 FEB 2022 AT 13:50
ये और बात है कि उसने निभाया ही नहीं
मगर वादे, बड़े गजब के किए थे उसने.......— % &-
7 FEB 2022 AT 14:07
ए खुदा बस कर कितना कहर बरसायेगा ,
माना बनती नहीं तेरी मेरे किरदार से ........
बेगुनाह होकर भी और कितनी सजा सुनायेगा— % &-
20 JAN 2022 AT 12:31
खत्म ना होगी कभी यह मोहब्बत मेरी ,
मेरे बाद भी मौजूद जहाँ में मेरा किस्सा रहेगा.....
बेशक तू रहे किसी भी दुनिया में ...
पर तू मेरे वजूद का ही हिस्सा रहेगा...
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16 JAN 2022 AT 17:23
मक्कारिया ,घमंड ...मेरे किरदार में नहीं ....
बस जिद्दी जरा बेमिसाल हूँ मैं ।।-
8 JAN 2022 AT 21:50
गजब का सुकून है इन लम्हों में भी ,
जब हम बातें करते खुद से ही ,खामोशियों में भी ।-