Send_dedicated Quotes   (✍️krishp_quotes)
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Joined 12 February 2020


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7 AUG 2022 AT 14:00

कविता
यह वह शब्द नहीं है
जिसे आप किसी ऐसे व्यक्ति के लिए लिखते हैं
जिसे आप प्यार करते हैं
बल्कि वह शब्द है
जो आप किसी ऐसे व्यक्ति के लिए बनते हैं
जिसे आप प्यार करते हैं

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3 AUG 2022 AT 19:22

People can't judge you,
they just mirror you
Via the dust
you throw on them.

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2 AUG 2022 AT 9:03

Always do remember,
time always changes and
there are always ups and downs
Coming and going
Bcz समय कभी एक सा नहीं रहता।।

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2 AUG 2022 AT 8:56

हर जगह पानी का ठहराव, एक सा नहीं रहता ।
हर समय हवा का बहाव, एक सा नहीं रहता ।

गर हो चुके हो आपसे मतलब पूरे,
तब समझ आता है,
हर समय इंसान का व्यवहार एक सा नहीं रहता।।

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1 AUG 2022 AT 15:32

बात न कर पाने की कोई भी मजबूरी हो
तेरे प्यार की बरसात हो, न हो
पर मेरे दिल को ,सिर्फ तेरी यादें ही घेरी हो।

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29 MAR 2022 AT 12:07

तुझे देखा है जबसे
इस दिल में कुछ कुछ होने लगा
जागकर तेरी यादों में रातभर
तेरी बातों मे है खोने लगा
वेसे तो होश में रहता हूं
पर अब तेरी चाहत मे हूँ जीने लगा

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23 MAR 2022 AT 17:15

जी कर छोटी सी जवानी ,
नाम अमर जो कर गए ||
देश प्रेम की खातिर
हँसते हँसते फांसी पर झूल गए||

उन शहीदों को, उन वीरों को,
भारत के अमर सपूतों को
शहीद दिवस पर शत शत नमन 🙏 🙏

- krish pachauri

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4 DEC 2021 AT 20:32

तेरी यादों मे न जाने कहां खो जाता हूँ
जो बात हो तेरी,
तो मैं सिर्फ तेरा हो जाता हूँ

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2 NOV 2021 AT 19:52

तुझे चाहा हमने, क्योंकि तू प्यार थी हमारा,
पर हमारे दिल को तोड़ा तूने, चल कोई बात नहीं
पर याद रख
तेरे जाने पर रोएँ हम, उतने हम बर्बाद नहीं
ग़र सोचती हो तेरे बिना हो जायेंगे तन्हा ,
याद रख हम कोई अनाथ नहीं

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30 OCT 2021 AT 17:43


हो गया सब खत्म यूं जैसे कोई कांच का था टुकड़ा
हम भटकते रहे तेरी यादों में
पर मिला न तुम सा साहिल, जिसने हो हमे पकडा

तुमसे किये वादों के यकीन मे
बोते रहे उम्मीदों के बीज़ इस दिल की जमीन में
तुझे चाहने के खातिर, तुझे पाने के खातिर
करते रहे हर वो कोशिश जो कर सके मुक्कमल
सोचते थे हर दिन , जब बक्त आएगा
मेहनत हमारी रंग लाएगी, ये दिल तुम्हारा सुरूर पाएगा
वो बिछड़े कई दिन का ग़म जेसे हवा हो जाएगा

वो दिन भी आया और वो समय भी
जब मुक्कमल हुआ हमारा मिलना, बात करना
पर होनी को कुछ और ही मंजूर था
जिसके इंतजार मै हम बेठे थे
उसका तो अब कोई और ही महबूब था 😔😔

दिल चाहता था एक गुज़ारिश करना
हो सके तो लौट आ वापस,
भूल कर सारे गिले और सिकवा...

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