मेरी कमीज़ का एक बटन कहीं
टूटकर गिर गया है शायद वह
ज़्यादा कीमती तो ना था
मगर उसकी कीमत कम भी नहीं
थी मेरी इस कमीज़ में अब इस
कमीज़ में उसी जगह पर
एक छोटा सा होल बन गया है
जिसकी वजह से मेरा ये दिमाग
बस वहीं पर जाकर
बार बार अटक कर रहा है।-
हर मुश्किल का हल होता है दर्द
का मरहम वक़्त होता है हार ना
माने जब तक राही मंज़िल
का ना अंत होता है डरकर हार
गया जो भी जीवन में कफ़न दफन
एक पल में होता है कोई
रहता नहीं सदा यहाँ अपना ये
जग मोह माया से बंधा बस हुआ है।-
ये बात उन दिनों की है जब मैं घूमने के लिए अपने साथियों के मनाली गया था मनाली में एक से बढ़कर एक चीज़ थी देखने को मगर मैंने महसूस किया की जिस कार में हम मैं और मेरे दोस्त बैठे थे उस कार का ड्राइवर कुछ बीमार सा नज़र आ रहा था मगर हमने उस पर ज़्यादा ध्यान ना देते हुए अपनी हि बातों में हम लोग व्यस्त गो गये कुछ दूर पहुंचने पर हमारे कार का ड्राइवर एक फलों से भरी रेडी से टकरा गया बस उसके हम लोगों ने जो उसे सुनाया उस बेचारे का चेहरा शर्मिंदगी से लाल हो गया वह ड्राइवर हमें होटल छोड़कर अपने घर चला गया और मैं रत भर बिस्तर पर करवट बदलते बस यही सोचा रहा की वह इतनी बीमार हालत में गाडी चला रहा था और हम लोग उसकी प्रवाह करने की बजाये उसी पर चिल्ला पड़े अक्सर देखा गया है की कुछ पैसे वालों के लिए गरीबों सिर्फ उनका काम करने वाले एक नौकर के अलावा और कुछ नहीं ये हादसा बड़ा तो नहीं था मगर यह हादसा मेरे दिल में घर कर गया।
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जब तुम मुस्कुराते हो तो मेरा
चेहरा खिल उठता है तेरे दिल
की हर बात का
रिश्ता मेरे दिल से जुड़ा लगता
है तु इतना अपना हो गया है
मेरा मेरी ज़िंदगी
की हर सांस से तेरा इख़्तियार
हुआ लगता है।
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तस्वीरों को उसकी मैं फाड़कर
रोया वो मेरा होकर भी ना हुआ
मेरा इस बात पर भी मैं खूब रोया
ना थी वो बेवफा और ना हि मैंने
कोई साथ उसके बेवफाई की बस
ज़रा सी बात थी इज़हार ना होने
की और जुदा ज़िंदगियां हमारी
एक पल में हो गईं आँखों आँखों
का ये किस्सा हमारा आज हमारे
इन अश्कों में बह गया।-
फूलों से ज़्यादा है प्यारा ख़्वाब
आपका हर लवज़
बयां कर रहा है ये प्यार आपका
मिलता है नसीबों से किसी एक
को हि इस
मोहब्बत में यार आप सा।-
खरीद नहीं सकते हो आप किसी के
जज़्बात और प्यार को अपनी दौलत
से इन्हें खरीदना गर इतना आसान
होता तो लोग प्यार के नहीं दौलत
के गुलाम होते।-
काहे को कान्हाँ मेरा मन उलझाये,
गोपियन संग मिल मोहे काहे सताये,
नींद उड़ी है मोरी
हृदय टीस खाये,जब जब तु कान्हा
गोपियों संग मिल बंसरी बजाए,
कोई करत बहाना झरना
पे आये राधा ये तेरी कान्हा मरी
मरी जाये,सही जाये ना कन्हा एक
पल भी ये जुदाई क्यों
तु करे है कान्हा ऐसे बेवफाई रो रो
गुज़ारे राधा दिन रात सारी अब तो
मिटा दो आकर दिल की टीस म्हारी।-
चंद
किस्से मैं
बटोर लाई हूं आँखों
में सपनें बचपन के रख
लाई हूं कभी बाबा की लाडली
तो कभी माँ की दुलारी वो प्यार
मैं अपनों का अपनी पलकों में रख लाई हूं।-
थोड़ा तुम कष्ट सहना सीखो गर
मंजिल को पाना है तो,
धैर्य से लेना काम सदा तुम खुदको
गर इस दुनियां में साबित तुमको
करना हो तो,
भ्रम नहीं रखना कोई मन में खुदपर
भरोसा रखना तुम सीखो,
राहें मुश्किल ना रहेंगी सदा ये हिम्मत
हौसला तुम क़ायम रखो।-