सो जाने दे अब मुझे मेरा
ये दिल बहुत रोया है
उसकी याद ने मेरी रूह को
बहुत भिगोया है अब
मुझे कुछ भी रास आता
नहीं हर बार मैं
उसी जगह जाकर बस
ठहर जाता हूं।-
ये रिश्ता प्यार का है दिल से दिल है
दो रूहों के मिलन का है ये आज कल
का कहाँ ये रिश्ता तो जन्मों
जन्मों का है कई बरसों का है आँखें
बंद हो जाने से ये कहाँ खत्म होता है
ये तो उस दुनियां के पार
जाने के बाद भी ज़िंदा ही रहता है।-
यार की यारी काम आई जब
जान पे मेरी बन आई कभी
हो झगड़ा कभी हो
प्यार ये रिश्ता है कुछ ऐसा
ही यार मिटता नहीं कभी
दिलों से प्यार ऐसा
दोस्त है वो मेरा है यार।-
इस केलेंडर की तारीख आज
तक बदली नहीं आज भी वो
दिन मेरी ज़िंदगी से
गया नहीं ये दिल कैसे भुलायेगा
उसको ये दिन तारीख जो आज
भी बदली नहीं।-
ऐसे पेश आओगे जो हमसे
तो हम तुम्हारी ज़िंदगी से
हमेशा के लिए
बहुत दूर चले जायेगें करते
रहना फिर ज़िंदगी से तुम
अपनी शिकायतें
बाद पछतावे के तुम और
कुछ नहीं पाओगे होते हैँ
कुछ लोग इस
तरह के भी इस दुनियां में
की जिन्हें अपनी ही की हुई
गलतियों का कोई
अंदाजा तक भी नहीं होता।-
ये दीया मेरे इस जलते हुए
दिले फरियाद का है जो हर
पल तेरी याद में
रो रहा है आँखों में रहता है
तेरी मोहब्बत का उजाला
जो मेरे इन अरमानों
को धीरे धीरे सुलगा रहा है
कीमती बड़ा है इस दीये की
इस लौ का ये धुंआ
जो मेरी इस आत्मा को छूकर
तेरी रूह तक जा पहुंच रहा है।-
आईने की दरकार नहीं तुझको मेरी आँखों
में ज़रा खुदको तुम देखलो इतना खूबसूरत
और कोई भी नहीं मेरी आँखों
से ज़रा तुम पूछकर देखलो तेरे पहलू में
उतरने को बेताब हो रहे हैं वो चांद सितारे
सारे मुझे भी अपने पहलू में
एक बार आकर ज़रा तुम बैठ जाने तो दो
ये प्यार मेरा है सिर्फ एक तेरे लिए ही मेरे
प्यार की इस गहराई
को तुम ज़रा महसूस करके तो देखलो।-
क्यों बनाया खुदा ने ये
इतना खूबसूरत गुलाब
जिसकी कद्र बस
एक बार ही की जाती है
महज़ दो पल की खुशी
की खातिर जिसकी
हर पंखड़ी एक एक कर
नोंच ली जाती है रोता भी
होगा ये बेचारा
अपनी किस्मत पर की क्यों
इतनी बेदर्द भरी इस दुनियां
में आखिर
इसे यूँ आना पड़ा।-
तेरे माथे को मैं चूम लेना
चाहता हूं पुरी शिद्द्त से
मैं इस मोहब्बत को
कर लेना चाहता हूं परवाह
नहीं मुझे किसीकी मैं तो
बस इस प्यार का
ऐलान पूरे दिल से कर देना
चाहता हूं फ़िक्र है तो बस
तेरी मुझे तु मेरा दिल
है तुझे सीने में छिपाकर मैं
रख लेना चाहता हूं।-