आओ कुछ पल सब भूल कर एक दूजे के साथ बैठते हैं
चाय पीते हुए कुछ बातें दिल की करते हैं
दुनियां के मसले छोड़ कर दिल की सुनते हैं
हाल अपना जो भूल चुके हैं हम,जिम्मेदारियों के बोझ तले
उनसे कुछ बाहर निकलते हैं
ज़िंदगी जीने की कोशिश जो करते आएं हैं
वास्तव में उस ज़िंदगी को जीते हैं
आओ कुछ पल खुदकी सुनते हैं।-
बेचैन होता है जब भी दिल मेरा
तेरे आगोश में आते ही सब भूल जाती हूं
सुकून दिल से रूह तक छू लेता है
एक नई दुनियां में पहुंच जाती हूं।-
Take me to the place where
No-one judges me by my clothes
Where,I can breathe fearlessly
Where, gender is not a problem
Where,everyone is happy with my presence
Where,I can fulfill my all dreams
Where,I don't know the meaning of fear
Where,everyone respects me
Where,no boundaries can stop me
Where I can fly high.
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चलिए आज़ फिर एक भारत की बेटी को राक्षस रूपी मर्दों ने काट खाया
जब भी ऐसे भेड़िए किसी लड़की को नोचते हैं
तो लोग कहते हैं आधी रात को बाहर क्यों गई
छोटे कपड़े पहने थे
अरे आज मैं पूछती हूं ऐसे लोगों से
वह डॉक्टर बहन अपने ही अस्पताल में थी
मरीजों की जान बचा रही थी और पूरे कपड़ों में थी
फिर क्या वजह देंगे आप उसके उस दर्द का ,चीखों का जो शरीर से आत्मा तक हुआ होगा?-
एक तरफ तो तुम दुर्गा ,काली मां को पूजते हो
और दूसरी तरफ़ उनके ही रूप को शर्मसार करते हो
मानसिकता तुम्हारी ख़राब है ,और जुल्म नारी पे करते हो
ऐसे कुकर्म करके तुम कैसे खुदसे नजरें मिलाते हो?
जब घर पे बहन, मां को देखते हो,
तो क्या यही व्यवहार अपनाते हो?
मानव रूपी इस शरीर को कैसे राक्षस बनाते हो?
मैने तो सुना था के दिल सबके सीने में होता है,
फिर तुम कैसे पत्थरदिल बन जाते हो?
किसी बहन की चीखों में तुम कैसे सुकून पाते हो?
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मेरे देश तेरी शान सबसे पहले है
इस धरती का मान पहले है
गुलिस्तां यूंही नहीं कहते तुझे
तेरी हवा में भी ईमान पहले है
तेरे नाम से जुड़ा है मेरा नाम
तेरे लिए तो जान पहले है।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।🙏🇮🇳💐
जय हिन्द।-
आज बहुत दिन बाद कुछ लिखने आई हूं
के दिल की कुछ बातें कहने आई हूं
दस्तूर दुनियां का तो जीने भी न दे हमें
मैं और कुछ नहीं,बस खुशी बांटने आई हूं ।-
मुज़ाहिरा ऐसा लगाया हमारे अपनो ने
के बिन कीचड़ के भी हम दागदार हो जाएं
पर जानते न थे वो के हम तो शाम रंग में रंगे हैं
कोई कितना भी पत्थर मारे कीचड़ में,शाम रंग पे कोई दाग नहीं लग सकता।
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चल पड़े कहीं भी
राह तो खुद मिल जाएगी
बस चाह होनी चाहिए चलने की
मंज़िल तो खुद मिल जाएगी।-
जब मन परेशान हो,चिंता से घिरा हो
तब शान्त करो दिल की बेचैनियों को
अपनों का ख्याल करो
ये जिंदगी इम्तिहान लेती है हर कदम पर
तुम यूं घबराकर न अपना ये हाल करो
बस चलो सही रास्ते पे समय का इंतजार करो।
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