**दिल की बातचीत नजर से**
किस बेहकावे में मुझे तुम,
उलझा रहे हो..
यह महज़ फ़साना है,
फिर भी मुझे फंसा रहे हो..
बहका रहे हो दिखाके,
हसीना मुझे..
हमें मालूम है फुसला रहे हो,
दिखा केे नगीना मुझे..
ए जाहिल संभल,
अब ना फिसल..
काटेगी डँसेगी,देगी गहरी जख्म..
अब तुम ही बताओ,है मेरी कसम..
इस गहरी जख्म को कैसे, सीयूंगा मैं..
बहते रक्त को कैसे,पियूंगा मैं
चलो माना ये जख्म अभी ही सही
जब आता है तेरा दुबारा नहीं
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JNU -तुम 1 अफजल को मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा
Pushpa chauhan(IPS)-उस घर में घुस कर मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा,,वो कोख नहीं पलने देंगे जिस कोख से अफजल निकलेगा...-
# पैसा #
पैसा कोई खास तो सहारा नहीं,
जीवन का लक्ष्य ये हमारा नहीं।
पैसा अगर आप ना कमाए,
कहाँ से पहने और खाए।
रस्मो रिवाज को इलाही,
निर्धन को कहीं ना रिसाई
अपनी ही गैर तो,
पैसे बगैर तो,
बेटा भी बाप को प्यारा नहीं।
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I want to find the way to propose my loving
will any one suggest me the way to do so
plzzz-
प्यार💌🌹 वो🤘 है, जिसमे👀 किसी🧛 के मिलने☠ की,👰
उम्मीद🤙 भी न👎 हो..फिर भी👉 इंतज़ार🌈_उसी का हो…!🌀❄-
आॅंखे👀 बंद करके☠ चलाना🧛 खंजर🔪🔪 मुझ🧒 पे, कही तुम👰 मुस्कुरा💟 दिए तो हम🧓 बिना खंजर🔪 ही मर☠ जायेंगे!🤘
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*उनके देखे से जो आ जाती है मुंह पर रौनक़,*
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है-
ख्वाहिशों का आदी दिल काश ये समझ सकता,
कि साँस टूट जाती है इक आस टूट जाने से।-
उसने👰 देखा☝ ही नहीं कभी अपने हथेली🤲 को गौर से💦
उसमे💟 मेरा भी छोटा सा लकीर🤲 था........
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