ये काली रात है या चांद की रोशनी ये काले बादल है या जुल्फो की घनी बादल चमकते हुए सितारे है या तुम्हारा आंचल कैसे बताऊं तुम्हे, ये तुम्हारा प्यारा है या तुम्हारा साथ बिताए हुए पल
ये कैसा प्यार है ? साथ है पर दिल के पास नही प्यार है पर जुबा पे इकरार नही रुसवाईया है पर मनाने के लिए अब,वो प्यार का साथ नही, और दिल में कोई जस्बात नहीं
आज भी तुम्हारा इंतजार है और, कल भी तुम्हारा इंतजार रहेगा पता नही, तुम न होकर भी मेरे पास हो न जाने क्यो, तुम मेरे इतने खास हो और, इस दिल के इतने पास हो !