मै मै नही
पूरा परिवार हूँ ।
बेशक मै नारी हूँ
पर जीवन का आधार हूँ ।
मुझसे ही जनम लेकर
मेरे नाम की गाली देने वाले
तेरा वजूद मुझसे है
मै विस्तार हूँ ।
अपने अहम से मुझे
रोकने की कोशिश ना कर
मै खड़ा पानी नही
नदी की धार हूँ ।
मेरे ही द्वारा उपजे रिश्तों से
मुझे अलग थलग करने से पहले
ये सोच उन रिश्तों का
मै ही तो सार हूँ ।
मै मै नही
पूरा परिवार हूँ ।।
सविता गर्ग

- सविता गर्ग सावी