मेरी उम्र का ख़सारा पूछते हैं
यानी लोग मुझसे तुम्हारा पूछते हैं
मैं बताता हूं मेरा ताल्लुक नहीं रहा उनसे
लोग यकीन नहीं करते दोबारा पूछते हैं।-
मैं आज भी वहीं और ,तुम अब आबाद हो गए हो
मैं तुम्हें अब याद नहीं करता ,तुम याद हो गए हो!-
"ख्वाबों की तरह हकीक़त में बुना जाए मुझे
कोई मुश्किल की घड़ी हो तो चुना जाए मुझे
सिर्फ आवाज़ ही पहचान नहीं है मेरी
मेरी आवाज़ के आगे भी सुना जाए मुझे!-
आओ पास बैठो कुछ पल, इन आंखों में बस जाएं
कल क्या पता किसके लिए ये आंखें तरस जायें!-
"उंगलियां आज भी इस बात से गुम हैं
उसने कैसे...?नए हाथ को थामा होगा!-
"जिंदगी पर किताब लिखूंगा
उसमें सारे हिसाब लिखूंगा!
प्यार को वक्त गुजारी लिखकर
चाहतों को मोहब्बत के बाद लिखूंगा!
हुई मोहब्बत बरबाद कैसे
कैसे बिखरे हैं ख्वाब; लिखूंगा!
अपने ख्वाहिशों का अनुभव करके
नाम तेरा जवाब लिखूंगा!
तेरी आंखें शराब जैसी नीली
चेहरा तेरा गुलाब लिखूंगा!
मैं तुझसे जुदा होने का सबब
यार किस्मत अपनी खराब लिखूंगा!
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वो रूठा रहे मुझसे ये मंजूर है लेकिन
यारों उसे समझाओ वो मेरा शहर न छोड़े!-
तू खूबियां ढूंढ अपने अंदर की
खामियां निकालने को तो पूरी दुनिया पड़ी है-
"सुकर हो जमाने की कि दिल पहले जैसे नही रहा
पत्थर तो नही बना पर अब मोम भी नही रहा!"-