श्री राधे, इस नाचीज़ को अपना दास बना लो न सबों से दूर अपने चरणों के पास बुला लो न भूल अगर कोई हुई हो तो माफ कर देना हमें इक बार हमें भी अपने आंचल तले छुपा लो न
"बड़ा मुश्किल है इस दिल को समझा पाना, सोते-जागते श्री लाडली का गुणगान है गाना, थक गई थी जो नैनन; इक दर्श को आपके, अब कहीं सुकून मिला, इन्हें आकर बरसाना।।"