तुम यूंही सदा ताउम्र कहानी की तरह ही रहना,
यू रोज तुम्हें थोड़ा थोड़ा पढ़ना हमें अच्छा लगता है।
मैं जानता हूं कि हकीतत कुछ नहीं अब दरमियान हमारे,
पर तेरा यूं बंद आंखों में आना और जाना हमें सच्चा लगता है।
-
Saurav Pandey
273 Followers · 333 Following
हर हर महादेव
Joined 14 September 2018
14 JAN 2022 AT 21:07
20 DEC 2021 AT 0:43
लिखने से पहले....!
सोचता हूं आज फिर कुछ ना लिखूं,
क्योंकि..,
सोच कर लिखूं तो तुम बुरा मान जाओगे,
लिख कर सोचूँगा तो मैं बुरा मान जाऊंगा।-
25 OCT 2021 AT 0:15
Failure doesn't exist in the universe there
is only one thing existing that's a learning.-
15 SEP 2021 AT 0:12
कैसी गुजर रही है सभी पूछते हैं मुझसे,
कैसे गुजरता हूँ कैसे गुजारता हूँ कोई पूछता ही नहीं।
-
18 JUL 2021 AT 23:00
9 JUL 2021 AT 23:28
कोई शराब जैसी हो तो बताओ,
हर रात मैं थोड़ा ज्यादा पी लेता,
और हर सुबह वो पूरी उतर जाती....!-
27 JUN 2021 AT 0:18
ख्वाब, लंबी बाते, तेरी फिक्र और जागती हुई रातें,
ओह! हटाओ भी अब इनको
कोई दादी वाली लोरी सुना दो अब शुकून से सोना है।-