" क्यु ना हम फिर बात करें "
बहुत दिन हुआ मिलके, चलो वीडियो कॉल पर बात करें।।
जो वक्त बिताया था हमने, चलो उसको
याद करें।।
ये फासला कोई साजिश है,आओ इसपे बात करें।
चलो इसी ख्यालों में,हम अपनी कहानी याद करें।।
जो कसमें खाई थी तुमने, चलो फिर उसे याद करें।।
जो रस्में निभाई थी तुमने, चलो फिर उसपे बात करें।।
ना बात करने की कसमें, किसने खिलाई है तुझसे,
चलो इसी मुद्दे पे,क्यु ना मिलाकर बात करें।।
क्या तुम्हें याद है, या उस वादे की भी बात करें।।
वो पल आने को है, क्यों ना उस पल बात करें।।
सब्र मेरा सच्चा है, फल की क्यु हम बात करें।।
चलो इसी ख्यालों में,हम अपनी कहानी याद करें।।
वो आखिरी मुलाकात, आओ उसे भी याद करें।।
वो अफसाने भरे पल, जिसकी क्या हम बात करें।।
मेरी सांसों में तेरी महक, वो भी तेरा इंतजार करे।।
अब तुम्हारे ख्यालों में, चलो बची जिंदगी बर्बाद करें।।
सिर्फ एक मर्तबा, क्यों ना हम फिर बात करें।।
वो पल आने को है, क्यों ना उस पल बात करें।।-
saurav jha
(सौरभ झा)
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आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य कवि होना सौभाग्य। Choice for poet,.... read more
Joined 4 March 2020
26 SEP 2022 AT 22:12
11 OCT 2021 AT 7:07
अच्छा सुनो,
ये फ़ासला-ए-इश्क़ क्या हैं तुम्हारी
नज़रों में ।।
ये नज़र का फासला है,या फासला
दिलों का ????-