उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी हैजो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है।'वसीम बरेलवी' -
उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी हैजो ज़िन्दा हों तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है।'वसीम बरेलवी'
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