Saurabh Saxena   (©saurabh)
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Joined 15 October 2017


Joined 15 October 2017
10 MAY 2022 AT 16:34

खुदा ने अनेक परीक्षाएं लेकर मुझे एक अनमोल तोहफा दिया।
एक सच्चे दोस्त के रूप में मुझे 'श्रद्धा' से मिला दिया।।

पहले सहमा सा, घबराया सा, पागल सा फिरा करता था राह़ों में।
'श्रद्धा' से मिलकर समझ आया जिंदगी कैसे सजा करती है राह़ों में।।

रास्तों में छाया ढूंढते-ढूंढते मैं अकसर भटक जाया करता था।
धूप भी है छाया का हिस्सा, उसको मिलकर ही समझ आया था।।

सिद्दत का मतलब क्या है, उसने ही हमको बतलाया है।
बिन बताऐ मोहब्बत कैसे करते हैं,  उसको बखूबी आता है।।

किसको मन की बात कहूँ, ये ख्याल पहले मुझको आता है।
बिन कहे कैसे वो मुझको समझ जाती है, मेरा मन ये बात समझ नहीं पाता है।।

कुछ तो बात है उसमें, जो मुझे मुझसे ही मिलने को मजबूर करती है।
उसकी एक मुस्कान के लिए, मुझे खुद से हारने पर भी खुशी मिलती है।।

उसके गमों को आसूंओं में बहाने का प्रयास करता हूँ।
मेरी वजह से कभी आसूं ना आऐं उसको, ऐसी आरज़ू रखता हूँ।।

क्या कहूँ इसके बाद मैं अब, लब्ज़ नहीं है कहने को।
बस उसका साथ ही काफ़ी है, अब सारी उम्र जीने को।।

उसको उसकी जैसी जिंदगी देने की आरज़ू करता हूँ।
उसके हर सपनें को पूरा करने की इवादत करता हूँ।।

कभी हो जाये कोई खता तो माफ़ कर दीजिऐगा नादान समझ कर।
करते है वादा चाहेंगे पूरी 'श्रद्धा' से, अपनी 'श्रद्धा' को उम्र भर।।

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19 MAR 2019 AT 9:28

इल्म किसी जात, किसी धर्म, किसी राष्ट्र का नही होता है।
यही बात तो 'मनोहर' की, देश को 'मनोहर' करती है।।

इल्म का धर्म इन्सानियत और तरीका कर्म होता है।
यही बात तो 'मनोहर' की, देश को 'मनोहर' करती है।।

परवाज़ के लिए ओहदा नहीं, सादगी भी काम आती हैं।
यही बात तो 'मनोहर' की, देश को 'मनोहर' करती है।।

जीते हुए तो सब कर्म करते हैं, मरते हुए कर्म कैसे करते हैं।
यही बात तो 'मनोहर' की, देश को 'मनोहर' करती है।।

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23 SEP 2020 AT 21:20

If you want to make the MOST out of your DAY or LIFE....

WAKE UP EARLY POSITIVELY!



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21 JUN 2020 AT 15:39

After TIME, SILENCE is the most powerful asset we have.

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21 JUN 2020 AT 15:28

जब भी कुछ करने की कोशिश करते हैं, दुनिया समझाने लगती है उसके फ़ायदे और नुकसान, लेकिन ज्यादा ज़ोर नुकसान पर देती है|

दुनिया को डर तुम्हारें हारने का नहीं होता, बल्कि तुम कहीं जीत ना जाओ, इसकी चिंता उनको ज्यादा होती है|

दूसरों की खुशी में अपनी चिंता ढूंढना लोगों का शौक बन गया है| 

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25 MAY 2020 AT 20:43

माना कि दे पाते हैं चंद लम्हें ही तुमको हम|

पर हर लम्हा सिर्फ और सिर्फ तुमको ही सोचते हैं हम||

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5 JAN 2020 AT 10:14

Some things should better be left for time, to be learnt on time.

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5 OCT 2019 AT 12:14

जब तक सीख नहीं जाते,  तब तक शांत (चुप) रहने की जरूरत पड़ेगी। 

जिस दिन सीख जाओगे,  उसके बाद कभी बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।।

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17 AUG 2019 AT 23:14

We all want to have a STATUS, but we never want to DO something that can STATE US.

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31 MAR 2019 AT 11:15

When you fail, it means you need to learn more.
When you succeed, it means you need to share what you have learnt.

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