A good listener always listen others problem
And try to make them comfort,happy and motivate them
But
They also want a good listener too😁-
Parents love is my first priority....
I m not a ... read more
हम मुस्कुराए तो बेफिक्रे कहे दिए जाते हैं,
रो दो तो कमज़ोर समझ लिऐ जाते है।
जिनके "Emotions" को ही नकली बना दिया जाता है,
जिम्मेदारियों का बोझ जिनके कन्धों में बचपन से ही डाल दिया जाता है।
जिनका एक पैसा भी अपने मे खर्च करना,
पैसा उड़ाना बता दिया जाता है।
जिनके प्यार को चूतियापे का टैग दे दिया जाता है,
माँ के " sacrifice " को महान,
बाप के "Sacrifice" को ज़िमेदारी का टैग दे दिया जाता है,
क्या लडको को कभी समझा जाता है?-
समझाते तो सब हैं ,
हमको प्यार से जो समझाए वो हमदर्द चाहिए,
यहाँ डाँटने वाले बहुत है,
हमको प्यार करने वाला चाहिए,
रोना आता है जब,
हमको चुप कराने वाला चाहिए
दर्द तो बहुत है,
हमे दर्द बांटने वाला चाहिए,
यू तो ये दुनिया है बहुत बड़ी,
जिसे हम अपनी दुनिया कह सके हमें वो हमदर्द चाहिए।
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हम वक़्त से पहले बड़ा होना जानते हैं।
दिल कितना ही दुखे अपना हर दर्द छुपाना जानते हैं।
माँ-बाप के हर सपने को पूरा करना जानते हैं।
अपनी ख्वाहिशों का गला घोट, दूसरों की ख्वाहिशों को पूरा करना जानते हैं।
न हम किसी से कुछ मांगते हैं,
रोना आता भी है,तो अपने आंसू छुपाना जानते हैं।
बचपना हम में भी होता है,
पर जल्दी बड़ा होना जानते हैं |
जिससे प्यार करते हैं ,
उसपे अपना सब कुछ लुटाना जानते हैं।
"हम लड़के हैं" जो खुदसे पहले दुसरो की ख़ुशियाँ चाहते हैं।-
जब तक मैं अपनी महत्वकांक्षाओ को पूरा न करलू ,
मैं न रुकने वाला हूँ।
हो चाहे कितनी ही बड़ी अड़चने,
मैं उसके आगे न झुकने वाला हूँ।
मैं एक आग हूँ,
जलता हुआ शोला हूँ,
जो अब न बुझने वाला हूँ।
"सफलता" चाहे कितनी ही कठिन क्यों न हो,
जब तक उसको हासिल न करलू,
मैं हार न मानने वाला हूँ।-
थी मै अपने पापा की "गुड़िया",
"गुड़िया" समझ उन्होने,
मुझे न जाने कितना हर लिया,
मेरे शरीर के हर अंग को,
दुषित-मेहला कर दिया ।
न बनाओ अपनी बहन-बेटीयो को तुम "गुड़िया",
बनाओ उनको "मैरी कौम","गीता" और "सानिया"।
जो अकेले ही लड जाए उन वैसी भेडियों से,
जो समझे उन्हें बस एक मूम की"गुड़िया"।-
I feel like I Am in "Another world"
"Where Everything is Perfect"-
रामेश्वरम में जन्मा देश का वो लाल है,
हर किसी को उसमे नाज़ है,
"मिसाइल मैन" से उसकी पहचान है ,
उसमे न कोई अभिमान है,
विद्यार्दियो का वो "आदर्श" है,
"पोखरन-2"की कामयाबी के पीछे जिसका हाथ है,
ठुकराया जिसने "NASA" को ,
हाँ वो "अब्दुल कलाम" है।-
अंजानो की तरहा मिले थे ,
आज दोनो अपनो जैसे साथ है,
उनका मिलना भी ख़ुदा की कोई करामात है ।
एक खेल से सुरुवात हुई थी,
सोचा कुछ दिन का ये मज़ाक है,
उन्हें क्या पता था ये मजाक ही दोनों के लिए खास है।
दोनो की दुनिया अलग थी,
अब दोनों एक दूसरे की दुनिया है,
उन्हें क्या पता था एक मज़ाक का अंत उनके लिए कितना खाश है।
मज़ाक में कहा "will you Marry me😍",
अब दोनों के लिए खास है ,
मजाक में कहि अब हर बात अब उन दोनों की आस है।
उन्होंने तो एक खेल खेला था,
खुदा ने ऐसा खेल रचाया कि,
अब उनका मिलना भी खुदा की आस है ।
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चंद मुलाकातो में उन्हें अपना बनके,
बहुत करीब ला दिया,
तो कुछ गलतफहमियों ने उन्हें,
हमसे बहुत दूर ला खडा दिया,
ये एक "शक" ही है,
जिसने अपनो को पराया कर दिया।-