उनकी मोहब्बत के सहारे ही तो जी रहा हूँ मै अगर वो ना होते तो हम तो कभी के मर जाते कौन था मेरी ज़िन्दगी मुझे अपना कहने वाला वो ना होते तो हम कभी के चले खुदा के घर जाते
बड़ा ना सही मगर मकान तो हमारा भी है छोटा ही सही मगर मुकाम तो हमारा भी है जिन्दगी की दौड़ में भले हम पीछे रह गये मगर, दौड़ने वालों में इक नाम तो हमारा भी है
गुजरे दिन इंसानियत की ज़िंदा मिसाल हमने देखा, एक शेर को बकरी की जान छोड़ते हमने देखा। शेर से जब बकरी ने इसका सबब पूछा तो शेर बोला, आज अपनों को पीठ पीछे खंजर घोपते हमने देखा ।
फुर्सत मिल जाए तुम्हे तो इधर भी चले आना हमारे पास दौलत तो नहीं है पर प्यार बहुत है हम तुम्हे चांदी की थाली में खिला नहीं सकते मगर हमारें मिट्टी के बर्तनों में सम्मान बहुत है
रात के सन्नाटे में तेरी ही यादों का शोरगुल है नींद नहीं आएगी कि मेरी आंखे tearful है हर एक पल दर्द से कराहता ही रहता हूँ मैं हरेक घड़ी मेरी लाइफ जैसे Pain से full है
जय श्री राम जय सिया राम रखते हो प्रभु सबका ध्यान सेवा में तुम्हारी वीर हनुमान जग का करते तुम कल्याण जय श्री राम जय सिया राम
सेवा में तुम्हारी जो व्यस्त है आदमी बड़ा ही वो मस्त है कटते उसके हर एक कष्ट है जो इंसान तेरा सच्चा भक्त है जय श्री राम जय सिया राम तुम्हारे परम भक्त है हनुमान