Saurabh Lakhnavi   (Saurabh Lakhnavi)
430 Followers · 1.1k Following

A Poet & Writer
Joined 26 August 2018


A Poet & Writer
Joined 26 August 2018
21 NOV 2022 AT 23:24

"मैं स्वयं को शून्य ही समझता हूँ,
कि शून्य का मूल्य ज्ञात है मुझे।
कोई उनको भी सत्य का ज्ञान दें,
No.1 होने का उन्माद है जिन्हे ।"

*-सौरभ लखनवी*

-


7 NOV 2022 AT 23:20

उनकी मोहब्बत के सहारे ही तो जी रहा हूँ मै
अगर वो ना होते तो हम तो कभी के मर जाते
कौन था मेरी ज़िन्दगी मुझे अपना कहने वाला
वो ना होते तो हम कभी के चले खुदा के घर जाते

-


5 NOV 2022 AT 22:15

बड़ा ना सही मगर मकान तो हमारा भी है
छोटा ही सही मगर मुकाम तो हमारा भी है
जिन्दगी की दौड़ में भले हम पीछे रह गये मगर,
दौड़ने वालों में इक नाम तो हमारा भी है

-


31 OCT 2022 AT 11:35

हम वक़्त पर भरोसा कैसे भला करें,
इससे बोलो चाल एक सी चला करें ।

-


5 OCT 2022 AT 21:43

गुजरे दिन इंसानियत की ज़िंदा मिसाल
हमने देखा,
एक शेर को बकरी की जान  छोड़ते
हमने देखा।
शेर से जब बकरी ने इसका सबब पूछा
तो शेर बोला,
आज अपनों को पीठ पीछे खंजर घोपते
हमने देखा ।

-


30 SEP 2022 AT 7:35

फुर्सत मिल जाए तुम्हे तो
इधर भी चले आना
हमारे पास दौलत तो नहीं है
पर प्यार बहुत है
हम तुम्हे चांदी की थाली में
खिला नहीं सकते
मगर हमारें मिट्टी के बर्तनों
में सम्मान बहुत है

-


25 SEP 2022 AT 8:45

अंधेरा कितना भी काला, गहरा हो
तेरी किस्मत पे चाहे शनि का भी
पहरा हो ।
बस तू नाम ले लेना हनुमान जी का
ऐसा कोई कष्ट नहीं जो उनके आगे
ठहरा हो ।

-


24 SEP 2022 AT 23:01

रात के सन्नाटे में तेरी ही यादों का
शोरगुल है
नींद नहीं आएगी कि मेरी आंखे
tearful है
हर एक पल दर्द से कराहता ही
रहता हूँ मैं
हरेक घड़ी मेरी लाइफ जैसे Pain
से full है

-


14 JUN 2022 AT 11:01

जय श्री राम जय सिया राम
रखते हो प्रभु सबका ध्यान
सेवा में तुम्हारी वीर हनुमान
जग का करते तुम कल्याण
जय श्री राम जय सिया राम

सेवा में तुम्हारी जो व्यस्त है
आदमी बड़ा ही वो मस्त है
कटते उसके हर एक कष्ट है
जो इंसान तेरा सच्चा भक्त है
जय श्री राम जय सिया राम
तुम्हारे परम भक्त है हनुमान

-


12 JUN 2022 AT 0:34

श्री राम जय राम जय जय राम
तुम्हारे परम भक्त वीर हनुमान
जगत का करते हो कल्याण
जीह्वा पे सबके तुम्हारा ही नाम
श्री राम जय राम जय जय राम

-


Fetching Saurabh Lakhnavi Quotes