Saurabh Kumar Maurya  
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Joined 21 June 2019


Joined 21 June 2019
1 MAY AT 22:37

बन्दीसो, सीमा, सरहदो से अलग
शिक्षा,रोजी-रोटी,कपड़ा,मकान के लिए
हर देश की आवाज
बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं
............................
जो धातु को आकार देता
देश को रफ्तार देता
राज्य को सरकार देता
मैं वो श्रम बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं
..............................
पाता हूं स्वयं को खेतों में,
खलिहानो में
खानों में, कारखानों में
आवाजे जिसकी बुलन्द है,
इमारतो से सड़कों पर
बस मौन है संसद हमारी,
श्रमिकों की चीखों पर

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1 MAY AT 22:32

मैं इमारतो का बल
धरती की जान
आसमां का आधार
बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं
............................
ज़मीं का कण
शीला सा स्तम्भ
चट्टानों सा अडिग
बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं
.............................
उगते सुरज से लेकर
जलते प्रहार तक चल रहा हूं
मैं परिवर्तन की नींव
बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं
..............................
छाया चांदनी की आश लिए
लोगों को बसेरा दिए
खुद खुले आसमां से
बोल रहा हूं
मैं मजदूर बोल रहा हूं

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1 MAY AT 22:17

- Saurabh Kumar Maurya

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1 NOV 2023 AT 18:45

- Saurabh Kumar Maurya

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25 OCT 2023 AT 19:34

- Saurabh Kumar Maurya

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28 SEP 2023 AT 23:15


ये इश्क है या इंकलाब जो सीने में समाया है
करानें बेड़ियों से आज़ाद जन्म उसने पाया है ।।

करले कितना भी सितम ऐ-सितमगर तेरी हर दास्तां पुरानी हैं
भरेगी रगो मे जो आग उसके कहानी उसको सुनानी हैं ।।

तेरे प्रहार से मृत्यु भी जिसका कुछ ना उखाड़ पाएगी
ललकार देगा जब वो तेरे सल्तनत की नीव उखड़ जायेंगी ।।

लिखी है दास्तान दमन से जितनी तेरे साम्राज्य में
बदलेगा वो धरातल पे "क्रांति" की तेज तलवार से ।।

आने वाली नस्लों तक उसका नाता "सौरभ" सा होगा
बात मान लो मेरी फिर ना कभी तुमपे मौक़ा होगा ।।

- Saurabh Kumar Maurya

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5 SEP 2023 AT 23:28

"The only antidote
to mental suffering
is physical pain"
- Karl Marx

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28 AUG 2023 AT 23:22

सपनों में कहां रही हैं जान
हकीकत से नहीं हैं अंजान ।।

कतरा-कतरा अब ऐसे फुट रहा
मृत्यु से पहले सबकुछ जैसे छुट रहा ।।

विपदा से कैसे पार पाऊं
इससे मैं क्यों भाग जाऊं ।।

देख रहे हो पथ की जो निर्जन धारा
यही हैं अब जीवन हमारा ।।

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22 AUG 2023 AT 23:30

दर्द बांटने से आधा
सुनने से पुरा खत्म हो जाता हैं ।।

बस बांटने की हिम्मत
सुनने का धैर्य होना चाहिए ।।

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15 AUG 2023 AT 21:17

इतना आसान नहीं है दूसरो की आजादी के लिए
खुद मौत को गले लगाना ।।🇮🇳

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