किस चीज़ का ग़ुरूर ,यहाँ कोई नही अपना
जिसे मैं सोचता था सही ,वही समय पर बदला...
- सौरभ कालता ✍️-
पर तु कोसिस भी न करे, ये गलत बात है...✍️
काश इश्क में ऐसे भी चमत्कार होते,
हम करते याद आपको ओर आप सामने हाजिर हो जाते...
- सौरभ कालता ✍️-
रिश्ते रह जाते है अधूरे मेरे
की लोग दिल.., दुखा के चले जाते हैं,..
मैं कहाँ पे हुं गलत
ये बिन बताये ही चले जाते हैं....-
दिल मैं ग़म इतने है कि, किसे हम बताएं,
कोन है अपना जो, ये सब कुछ समझ पाएं-
जिंदगी में.., एक दिन, दग़ा हमारे साथ हुई
समझ नही आया, कैसी ये बात हुई
कुछ पल रोया ,कुछ पल हँसा
तो कुछ पल उनकी ,यादों में बिता दिए
होंस आया तो पता चला कि
जिंदगी के बेसकीमती पल,तो तूने सोचने मे लुटा दिए।-
दिल की गहराइयों मे उतर कर तो देख,..ऐ ग़ालिब
ऊपर ऊपर से देखने पर तो आसमाँ भी नीला नजर आता है।-
कामयाबी मिलेगी ,या न मिलेगी ,ये बाद कि बात है
पर तु कोसिस भी न करे, ये गलत बात है...-
की रख होंसला तुझे ,मंजिल भी मिलेगी
रखेगा आशाएं दूसरों से ,तो निराशा भी मिलेगी
जी ले वक़्त के साथ साथ अभी
वरना बाद में वक़्त की ,मार बहुत चुभेगी।-