जननी और जन्मभूमि दोनों हैं
स्वर्ग से अनमोल
-
Follow me on Instagram : https://instagram.com/ read more
माँगते है रब से हर दुआ में तुम्हें
साथ जन्म जन्म का हो हरदम
रिश्ते तो बहुत से हैं दुनिया में
दोस्त तुमसा मिले मुझे हरदम-
रात के सन्नाटों में अब
मेरा मौन बोलता है…
लब तो चुप रहते है मगर
तन्हाई में नैन बोलता है…-
शाख़ों से पत्ते से टूट रहे हैं
मौसम पतझड़ का आया है
मेरे हाथ सभी से छूट रहे हैं
मेरा दिल फिर से घबराया है-
शाख़ों से पत्ते से टूट रहे हैं
मौसम पतझड़ का आया है
मेरे हाथ सभी से छूट रहे हैं
मेरा दिल फिर से घबराया है-
शौक़ होते हैं हर उम्र में जुदा
खिलौनें, माशूक़ा, रुतबा और ख़ुदा…
-
यूँ देख कर चेहरा तेरा
हम दिन की शुरुआत करते हैं
पहले शायर सिर्फ़ लिखा करते थे
अब गुनगुनाया भी करते हैं-
कभी ग़म तो कभी ग़मगिन रात होगी
आज बैठा हूँ मैखाने में बेफिक्र मैं
कल वही भागा दौड़ी होगी
फिर वही धुँधली शाम होगी
-
इक लड़की है मेरे यादों में
नींद में जैसे ख़्वाबों सी वो
करती बातें आँखों से यूँ
आँखों में उसके जादू है…
-
उम्र भर ख्याली भूतों से अगर मैं न डरता खुदा मैं क्या जोर से जीता खुदा मैं क्या चैन से मरता.... जिंदगी भर किया इंतजार, होगा मेरे साथ भी कुछ चमत्कार! पर ज़िंदगी का मेरी कुछ ना बना, मैं खटखटाता रहा किस्मत मुझे करती रही माना! पर चमत्कार हुआ तब, जादूगर जब मैं खुद बना!
-